धराली (उत्तरकाशी), 10 अगस्त 2025
पांच दिन पहले बादल फटने से तबाह हुए धराली और आसपास के इलाकों में राहत व बचाव कार्य तेज़ी से जारी है। रविवार को 480 फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन 49 लोग अब भी लापता हैं। इन्हें खोजने के लिए हैदराबाद से लाया गया जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) और ड्रोन सहित अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें डॉग स्क्वॉड की मदद से मलबे में दबे लोगों को ढूंढने में जुटी हैं।
मुआवजा और पुनर्वास पैकेज
शनिवार को उत्तरकाशी से लौटकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली, पौड़ी के सैंजी और बांकुड़ा गांव के प्रभावितों के लिए बड़ी राहत घोषणाएं कीं।
- पांच लाख रुपये: प्रत्येक मृतक के परिजनों और पूर्ण रूप से मकान खोने वाले प्रभावित परिवारों को।
- पुनर्वास समिति: सचिव राजस्व डॉ. सुरेंद्र नारायण की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसमें यूकाडा के सीईओ आशीष कुमार चौहान और अपर सचिव वित्त हिमांशु खुराना सदस्य होंगे।
- समिति एक हफ्ते में रिपोर्ट देगी, जिसमें विस्थापितों के लिए भूमि चयन, भवन, दुकान, होटल पुनर्निर्माण के मानक और स्थायी आजीविका सुदृढ़ीकरण की योजना शामिल होगी।
धराली में लौटी रोशनी
आपदा के पांचवें दिन हर्षिल से धराली तक बिजली आपूर्ति बहाल हो गई। यूपीसीएल की टीम ने युद्धस्तर पर काम करते हुए हेलिकॉप्टरों से उपकरण पहुंचाए और क्षतिग्रस्त पोल व तार बदलकर आपूर्ति शुरू की। शनिवार रात पहली बार गांव में अंधेरा छंटा और रोशनी जली।
सोशल मीडिया विवाद
धराली आपदा पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ देहरादून कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों ने बाढ़ की तस्वीरों के साथ भड़काऊ पोस्ट शेयर की थी, जिस पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की।
सीएम की अपील
मुख्यमंत्री धामी ने विपक्ष से आग्रह किया कि इस आपदा को राजनीति का मुद्दा न बनाएं। उन्होंने कहा, “संकट की इस घड़ी में सभी को सकारात्मक सोच के साथ प्रभावितों के आंसू पोछने के लिए आगे आना चाहिए।”