तारीख: 12 अगस्त 2025
स्थान: उत्तरकाशी, उत्तराखंड
उत्तरकाशी जिले के धराली में आई विनाशकारी आपदा को सात दिन हो चुके हैं, लेकिन लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है। सोमवार को भी सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान मलबे में दबे लोगों को खोजने में जुटे रहे। प्रशासन ने आधिकारिक रूप से 42 लोगों के लापता होने की पुष्टि की है, जबकि एक लापता व्यक्ति का शव बरामद किया गया है।
शुरुआत में प्रशासन ने 15 लोगों के लापता होने की जानकारी दी थी, लेकिन अब संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। लापता लोगों में सेना के 9 जवान, धराली गांव के 8 निवासी, आसपास के गांवों के 5 लोग, टिहरी जिले का 1 व्यक्ति, बिहार के 13, उत्तर प्रदेश के 6 लोग शामिल हैं। इसके अलावा, नेपाल मूल के 29 मजदूर भी लापता बताए गए हैं, जिनमें से 5 से संपर्क हो चुका है, जबकि शेष 24 का कोई पता नहीं चला है। पुलिस हेल्प डेस्क की सूची में लापता लोगों की संख्या 73 दर्ज है, जिसमें एक 4 वर्षीय बच्चा और नेपाल के 18 वर्षीय युवक सहित कई नाबालिग भी शामिल हैं।
खीर गंगा का जलस्तर बढ़ने से दहशत
सोमवार शाम हर्षिल और धराली में करीब डेढ़ घंटे तक हुई तेज बारिश के बाद खीर गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे पानी पुराने धराली गांव की ओर बढ़ने लगा। इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। इसी दौरान हंत्यारी गाड का जलस्तर बढ़ने से भागीरथी नदी का प्रवाह भी तेज हो गया। बारिश थमने के बाद ही लोगों ने राहत की सांस ली।
मौसम विभाग का अलर्ट और स्कूल बंद
मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है। हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत और बागेश्वर के लिए येलो अलर्ट है। अन्य जिलों में भी तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
बारिश के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने देहरादून, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और चंपावत जिलों में मंगलवार को सभी स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।