तारीख: 14 अगस्त 2025
स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
देहरादून के रेसकोर्स इलाके में बिजली के खंभे से केबल डालने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। आरोप है कि एक महिला और उसकी बेटी ने मौके पर पहुंची महिला दारोगा और महिला कांस्टेबल के साथ हाथापाई की, वर्दी फाड़ने का प्रयास किया और यहां तक कि ईंट मारने की कोशिश भी की। पुलिस ने दोनों मां-बेटी को गिरफ्तार किया, लेकिन बाद में नोटिस देकर रिहा कर दिया।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
मामला तब शुरू हुआ जब रेसकोर्स क्षेत्र में एक घर में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए विद्युत विभाग के कर्मचारी भूमिगत लाइन से केबल जोड़ने पहुंचे। पुलिस के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाली संतोष रावत और उनकी बेटी ज्योति रावत ने इसका विरोध किया और बिजलीकर्मियों से गाली-गलौच शुरू कर दी।
विद्युत कर्मचारियों ने इसकी जानकारी नेहरू कॉलोनी थाने को दी, जिसके बाद चीता पुलिस मौके पर पहुंची।
महिला दारोगा और कांस्टेबल पर हमला
चीता पुलिस की सूचना पर डिफेंस कॉलोनी चौकी प्रभारी, महिला उपनिरीक्षक कुसुम पुरोहित मौके पर पहुंचीं। आरोप है कि मां-बेटी ने उनका गला पकड़ लिया, हाथापाई की और वर्दी फाड़ने की कोशिश की। इस दौरान दारोगा के गले पर नाखून के निशान भी आ गए।
साथ ही, उनके साथ मौजूद महिला कांस्टेबल स्वाति के साथ भी मारपीट और गाली-गलौच की गई।
पुलिस कार्रवाई
थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी संजीत कुमार ने बताया कि कुसुम पुरोहित की तहरीर पर दोनों के खिलाफ मारपीट, सरकारी काम में बाधा और अभद्रता के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।
- आरोपित: संतोष रावत और ज्योति रावत, निवासी रेसकोर्स।
- गिरफ्तारी: मौके से की गई।
- रिहाई: नोटिस देने के बाद छोड़ दिया गया।
यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि स्थानीय विवाद किस तरह पलों में पुलिसकर्मियों पर हमले में बदल सकते हैं।