देहरादून, 15 अगस्त 2025 – उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में हालिया आपदा के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करते हुए उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सभी एजेंसियों को मानसून के शेष समय में पूर्ण सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश का मौसम अभी जारी है और आगे भी कई चुनौतियां आ सकती हैं, ऐसे में सभी विभाग 24 घंटे अलर्ट मोड में रहें।
आईटी पार्क में समीक्षा बैठक
गुरुवार को राज्यपाल आईटी पार्क स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे, जहां उन्होंने धराली आपदा से जुड़े राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने ग्राउंड जीरो पर कार्यरत पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, प्रशासनिक अधिकारियों और स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा, “यह सामूहिक उत्तरदायित्व और टीम भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है।”
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की भूमिका की सराहना
राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस आपदा में त्वरित और प्रभावी नेतृत्व किया, जो संकट के समय आदर्श उदाहरण है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने राज्य को हरसंभव मदद का आश्वासन और सहयोग दिया।
भविष्य के लिए रोडमैप तैयार होगा
राज्यपाल ने निर्देश दिए कि इस आपदा में किए गए सभी राहत और बचाव कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन और विश्लेषण किया जाए, ताकि भविष्य में आपदा प्रबंधन के लिए ठोस रणनीति बनाई जा सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि आपदा का प्रभावी सामना करने के लिए तेज़ और सटीक निर्णय लेना बेहद जरूरी है।
हर्षिल झील और धराली-मुखबा पुल की स्थिति पर नजर
बैठक के दौरान राज्यपाल ने आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञ टीमों से वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने हर्षिल में बनी झील से जल निकासी, धराली-मुखबा पुल की स्थिति और उसकी सुरक्षा से जुड़ी प्रगति रिपोर्ट ली। टीम ने बताया कि झील का सर्वे जारी है और रिपोर्ट जल्द शासन को सौंपी जाएगी।
अधिकारियों की मौजूदगी
समीक्षा बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, उपाध्यक्ष राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विनय रोहिला, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप और अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) डीआईजी राजकुमार नेगी मौजूद रहे।