देहरादून, 17 अगस्त 2025।
उत्तराखंड में मानसून एक बार फिर कहर बरपाता नजर आ रहा है। देर रात से जारी लगातार बारिश ने पहाड़ से लेकर मैदान तक जनजीवन प्रभावित कर दिया है। राजधानी देहरादून, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में मौसम विभाग ने भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और नैनीताल जिलों में येलो अलर्ट प्रभावी है।
बाढ़ का खतरा बढ़ा
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे में बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी जिलों में बाढ़ की आशंका है। इसके मद्देनजर सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर अलर्ट रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
उधर, श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में खतरा मंडरा रहा है।
गंगोत्री हाईवे ठप
लगातार हो रही बारिश से गंगोत्री हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया है। भटवाड़ी से गंगनानी के बीच नालूपानी, रतूडी सेरा और नेताला के पास भूस्खलन और मलबा आने से सड़क पूरी तरह बंद है। इससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यमुनोत्री धाम और यमुना घाटी में हालात गंभीर
यमुनोत्री धाम और यमुना घाटी में भी देर रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। बड़कोट क्षेत्र में तीनों गाड़ गदेरे उफान पर हैं, जिससे आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं। हाईवे और कई ग्रामीण संपर्क मार्गों पर भारी मलबा और पत्थर आने से आवाजाही ठप हो गई है। साथ ही अधूरे डंपिंग ग्राउंड का मलबा यमुना नदी तक पहुंचने से हालात और बिगड़ रहे हैं।
20 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहेगा
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद कम है। 20 अगस्त तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश बनी रहने की संभावना जताई गई है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और नदी-नालों के पास न जाएं।