देहरादून, 20 अगस्त 2024 – उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में बर्ड फ्लू के खतरे के बाद देहरादून चिड़ियाघर में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। संक्रमण रोकथाम के लिए यहां मांसाहारी जीवों की डाइट में बड़ा बदलाव किया गया है।
चिकन हटाकर बीफ और मटन शामिल
चिड़ियाघर प्रशासन ने बाघों, गुलदार और अन्य मांसाहारी जीवों की थाली से चिकन को पूरी तरह हटा दिया है। अब उनकी खुराक में बीफ और मटन परोसा जा रहा है।
बाघों को बीफ दिया जा रहा है, जबकि गुलदार और अन्य वन्यजीवों की डाइट में मटन शामिल किया गया है।
अचानक बदलाव से बचाने की कोशिश
वन्यजीवों को चिकन की जगह बीफ का स्वाद रास आए, इसके लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने खास कदम उठाए हैं। बीफ को स्वादिष्ट बनाने के लिए बाजार से रेडी-टू-ईट ग्रेवी भी मंगाई जा रही है, ताकि उनकी भोजन की आदत पर अचानक असर न पड़े।
शहर में मुर्गे और अंडों की आवक पर रोक
देहरादून जिला प्रशासन ने बर्ड फ्लू से बचाव के लिए शहर में मुर्गों और अंडों की सप्लाई पर रोक लगा दी है। उत्तर प्रदेश और कुमाऊं क्षेत्र में संक्रमण फैलने के बाद सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
चिड़ियाघर में 25 हेक्टेयर में वन्यजीवों की सुरक्षा
करीब 25 हेक्टेयर में फैले देहरादून चिड़ियाघर में दो रॉयल बंगाल टाइगर (डी-2 और डी-5), गुलदार की जोड़ी राजा-रानी समेत कई मांसाहारी वन्यजीव मौजूद हैं। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए सभी जानवरों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
बीमार पक्षियों को क्वारंटीन
चिड़ियाघर में सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है। बीमार पक्षियों को अन्य प्रजातियों से अलग क्वारंटीन में रखा जा रहा है। इसके अलावा बाहर से रेस्क्यू कर लाए गए पक्षियों को अस्थायी रूप से चिड़ियाघर में एंट्री नहीं दी जा रही।
प्रशासन ने दी जानकारी
चिड़ियाघर के रेंजर विनोद लिंगवाल ने बताया कि आगंतुकों और वन्यजीवों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। बदलती डाइट और बढ़ी हुई निगरानी से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बर्ड फ्लू का कोई भी असर चिड़ियाघर के वन्यजीवों तक न पहुंचे।
- देहरादून चिड़ियाघर में लिए गए ये कदम राज्य में बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए एक एहतियाती सुरक्षा व्यवस्था मानी जा रही है।