ऋषिकेश, 22 अगस्त 2025।
पौड़ी जनपद के तलसारी गांव निवासी युवक की आत्महत्या के बाद मामला और तूल पकड़ गया है। मृतक के पिता ने भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली सहित कई लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन भी हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो से मचा हड़कंप
पौड़ी कोतवाली क्षेत्र में जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें कुछ लोगों पर जमीन के सौदों में धोखाधड़ी और लगातार प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। यही वीडियो वायरल होने के बाद पूरे मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया।
पिता का दर्द– “हिमांशु को भाई जैसा मानता था मेरा बेटा”
मृतक जितेंद्र के पिता सतीश नेगी ने बताया कि उनका बेटा करीब 15-16 साल से प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़ा हुआ था। पिछले छह महीनों से उसका संपर्क भाजपा नेता हिमांशु चमोली से हुआ और वह उसे अपने भाई जैसा मानने लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के दिन बेटे के साथ दो और युवक थे। गन कहां से आई, यह परिवार को नहीं पता क्योंकि उनकी अपनी बंदूक चुनाव के समय से ही थाने में जमा है।
महंगे मोबाइल, कार और पैसों की लेन-देन का आरोप
सतीश नेगी का आरोप है कि हिमांशु और उसके साथियों ने उनके बेटे से महंगे मोबाइल, लाखों रुपये और यहां तक कि मर्सिडीज कार तक खरीदवाई। इतना ही नहीं, आरोपी के ऑफिस में भी करीब आठ लाख रुपये का काम उनके बेटे से कराया गया।
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने हिमांशु से इस बारे में फोन पर सवाल किया तो वह साफ मुकर गया।
प्लॉट के नाम पर लाखों रुपये लेने का दावा
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने प्लॉट के कागज सही कराने के नाम पर भी जितेंद्र से लाखों रुपये ऐंठे। जब वह एग्रीमेंट की बात करता तो आरोपी कहते कि क्या उसे उन पर भरोसा नहीं है। इसके अलावा गाजियाबाद निवासी एक युवक पर भी जितेंद्र को टॉर्चर करने का आरोप लगाया गया है।
श्रीनगर में होगा अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद जितेंद्र का अंतिम संस्कार श्रीनगर में किया जाएगा। परिवार ने पुलिस को नामजद शिकायत भी दर्ज करा दी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर
जितेंद्र का आत्महत्या से पहले का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। लोग आरोपियों पर निशाना साध रहे हैं, वहीं इस पूरे घटनाक्रम ने प्रदेश की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है।
- अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और आगे की कानूनी कार्रवाई पर टिकी हैं।