राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारी, संभवतः 20 सितंबर तक हो सकता है चुनाव
देहरादून, 31 अगस्त 2025
उत्तराखंड की पंचायतों में रिक्त पदों को भरने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी तेज कर दी है। प्रदेश की 4,792 ग्राम पंचायतों में अभी तक गठन नहीं हो पाया है, जिनमें से 4,772 पंचायतों में सदस्यों की कमी और 20 पंचायतों में प्रधान का अभाव है। आयोग ने संकेत दिए हैं कि उपचुनाव 20 सितंबर तक कराए जा सकते हैं।
पंचायत गठन में देरी से विकास कार्य प्रभावित
हाल ही में राज्य के 12 जिलों (हरिद्वार को छोड़कर) में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए थे। इसके बावजूद 4,792 ग्राम पंचायतें अब भी बिना गठन के हैं।
- इनमें 4,772 पंचायतों में सदस्यों के दो-तिहाई पद खाली होने के कारण पंचायत नहीं बन पाई।
- वहीं 20 पंचायतों में प्रधान पद के लिए नामांकन ही नहीं हुआ था।
इस स्थिति ने पंचायत स्तर पर विकास कार्यों को ठप कर दिया है।
अब तक केवल 2707 पंचायतों का गठन
चुनाव के बाद 27 अगस्त को ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण कराया गया। लेकिन इसमें भी सिर्फ 2,707 पंचायतों का गठन हो सका।
बाकी जगह प्रधान तो चुन लिए गए हैं, लेकिन सदस्यों की संख्या पूरी न होने से पंचायतें सक्रिय नहीं हो पा रही हैं।
आयोग ने मांगा ब्योरा
राज्य निर्वाचन आयोग ने शासन को पत्र लिखकर पंचायतों में रिक्त पदों का जिला-वार ब्योरा मांगा है। बताया जा रहा है कि 6 सितंबर को जिला पंचायत सदस्यों के शपथ ग्रहण के बाद उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया जा सकता है।
किन पदों पर होंगे उपचुनाव?
- ग्राम पंचायत सदस्य – 33,468 पद
- ग्राम प्रधान – 20 पद
- क्षेत्र पंचायत सदस्य – 2 पद
कुल मिलाकर 33,490 पदों पर उपचुनाव कराए जाने की संभावना है।
निर्वाचन आयोग का बयान
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने कहा,
“त्रिस्तरीय पंचायतों में रिक्त पदों पर उपचुनाव के दृष्टिगत शासन से जिलेवार विवरण मांगा गया है। उच्च स्तर पर विमर्श के बाद शीघ्र ही उपचुनाव का कार्यक्रम जारी किया जाएगा।”