हरिद्वार, 8 सितंबर 2025
हरिद्वार में सोमवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया। भीमगोड़ा स्थित काली मंदिर टनल के पास अचानक पहाड़ का हिस्सा टूटकर नीचे गिर पड़ा। देखते ही देखते रेलवे ट्रैक और सड़क दोनों पर भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया।
ट्रेनों की आवाजाही बाधित
भूस्खलन से हरिद्वार-देहरादून और हरिद्वार-ऋषिकेश रेलमार्ग पर आवाजाही ठप हो गई।
रेलवे ट्रैक पर मलबा गिरने के कारण ट्रेनों को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया है।
फिलहाल रेलवे की तकनीकी टीमें ट्रैक से मलबा हटाने में जुटी हुई हैं।
सड़क पर भी गिरे पत्थर
टनल के पास हुए भूस्खलन का असर सड़क मार्ग पर भी पड़ा।
सड़क पर कई जगह बड़े-बड़े पत्थर और मलबा आने से यातायात भी प्रभावित हुआ।
हालांकि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जेसीबी और श्रमिकों की मदद से सड़क साफ कराना शुरू कर दिया है।
मंदिर परिसर में भी गिरी चट्टानें
भूस्खलन का मलबा काली मंदिर परिसर में भी गिरा है।
हालांकि मंदिर में मौजूद लोगों को समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया।
स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मंदिर के आसपास जाने पर रोक लगा दी है।
रेलवे की टीमें अलर्ट मोड पर
रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रैक पर जमा मलबा हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
लेकिन ट्रैक पूरी तरह से कब तक चालू हो पाएगा, इसको लेकर अभी समय नहीं बताया जा सकता।
ट्रेनों की रवानगी को लेकर यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर लगातार सूचना दी जा रही है।
पहले भी हुआ था हादसा
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2025 को भी इसी क्षेत्र में भूस्खलन हुआ था।
तब दो बाइक सवार मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बचे थे और कई घंटों तक रेल यातायात बाधित रहा था।
स्थानीय लोग इसे बेहद संवेदनशील जोन बताते हैं और यहां स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।