देहरादून, 9 सितंबर 2025
राजधानी देहरादून में दशहरे की तैयारियां पूरे जोरों पर हैं। गणेशोत्सव के बाद अब बाजारों में नवरात्र और दशहरे का उत्साह दिखाई देने लगा है। इस बार दून का रावण और भी भव्य और आकर्षक रूप में नजर आएगा क्योंकि इसके लिए खास वेशभूषा सूरत से मंगाई गई है।
पुतलों का काम चार सितंबर से शुरू
पटेलनगर क्षेत्र में पिछले 25 साल से रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले बनाने का काम करने वाले शालू और उनके साथी इस बार भी तैयारियों में जुट गए हैं।
कारीगर शालू ने बताया कि उन्होंने इस साल 4 सितंबर से पुतले बनाने का काम शुरू कर दिया है। रावण के पुतले 25 फीट से लेकर 60 फीट तक ऊंचे बनाए जा रहे हैं।
सूरत से आई रावण की वेशभूषा
शालू ने जानकारी दी कि इस बार खासतौर पर सूरत से रावण की पोशाक और सजावट का सामान मंगवाया गया है। उनका कहना है कि दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र यही वेशभूषा होगी, क्योंकि यह पारंपरिक होते हुए भी आधुनिक झलक लिए हुए है।
लागत 25 हजार से एक लाख तक
कारीगरों का कहना है कि एक पुतले को तैयार करने में 25 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक का खर्च आता है। इसमें बांस, कपड़ा, आतिशबाजी का सामान और सजावट की लागत शामिल है।
असम के बांस से तैयार हो रहा रावण
इस बार दून का रावण असम से मंगाए गए बांस से तैयार किया जा रहा है। शालू ने बताया कि यह बांस मजबूत और लचीला होता है, इसलिए बड़े पुतले बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इस बार बांस की कीमत में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
उत्सव का इंतजार
शहरवासियों में दशहरे को लेकर खासा उत्साह है। मेले, झांकियों और आतिशबाजी के साथ दशहरे का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। रावण के पुतले को लेकर बच्चे से लेकर बड़ों तक सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।