Uttarakhand News | Date: 22 सितंबर 2025 | स्थान: देहरादून
नकल माफिया पर सीएम धामी की चेतावनी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में नकल और भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले माफिया पर कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा कि नकल माफिया और कोचिंग माफिया किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। जो लोग सरकार की छवि खराब करने का षड्यंत्र रच रहे हैं, जल्द ही उनका चेहरा सामने आएगा।
सख्त नकल विरोधी कानून बना सहारा
सीएम धामी ने कहा कि सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि योग्य अभ्यर्थियों को बिना किसी बाधा के सरकारी नौकरियों में अवसर मिल सके। लेकिन इस कानून से परेशान कुछ लोग अब सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
25 हजार युवाओं को मिली नौकरी
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि जब उन्होंने 4 जुलाई 2021 को कार्यभार संभाला था, उस समय विभिन्न विभागों में लगभग 22 हजार पद खाली थे। सरकार के प्रयासों से अब तक 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिल चुकी है और इनमें से किसी भी भर्ती परीक्षा में नकल का मामला सामने नहीं आया।
हाल की परीक्षा पर भी षड्यंत्र का आरोप
धामी ने कहा कि रविवार को आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा को लेकर भी गलतफहमियां फैलाने की कोशिश की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई पेपर लीक जैसा मामला नहीं है, बल्कि नकल माफिया द्वारा रचा गया षड्यंत्र है। पहले भी ऐसे प्रयास किए गए, लेकिन सरकार ने पारदर्शिता और कड़े कदमों से इन इरादों को नाकाम किया।
पारदर्शिता पर जोर
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सभी भर्ती परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता के साथ होंगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को गुमराह करने की कोशिश करने वालों को जनता पहचान चुकी है और सरकार किसी भी कीमत पर उनकी चाल सफल नहीं होने देगी।
निष्कर्ष
सीएम धामी का यह बयान प्रदेश में चल रही भर्ती परीक्षाओं को लेकर युवाओं के बीच भरोसा कायम करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। सरकार का साफ संदेश है कि नकल और भ्रष्टाचार की राजनीति करने वालों की जगह जेल में होगी, जबकि योग्य अभ्यर्थियों का हक हर हाल में सुरक्षित रहेगा।