Uttarakhand News | Date: 22 सितंबर 2025 | स्थान: देहरादून
जंगल की आग से निपटने की चुनौती
उत्तराखंड हर साल भीषण जंगल की आग से जूझता है। आग न केवल जैव विविधता को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि इसे बुझाने में लगे वन कर्मियों की जिंदगी भी खतरे में डाल देती है। पिछले साल बिनसर अभयारण्य में आग बुझाने के दौरान कई वन कर्मियों की मौत हो गई थी। इस दर्दनाक घटना के बाद वन कर्मियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाए गए हैं।
वन अनुसंधान संस्थान ने तैयार किया फायर सूट
वन अनुसंधान संस्थान (FRI) ने अब वन कर्मियों के लिए अग्निरोधी फायर सूट तैयार किया है। यह सूट आग की लपटों और हीट इंजरी से बचाव करेगा। इसके अलावा इसमें हेलमेट, दस्ताने, मोजे और विशेष फायर-फाइटिंग बूट शामिल हैं, जो ज्यादा तापमान में भी खराब नहीं होंगे।
औजार भी हुए आधुनिक और हल्के
सूट के साथ-साथ जंगल की आग बुझाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले औजारों को भी बेहतर बनाया गया है। इनमें झापा जैसे हल्के औजार शामिल हैं, जिन्हें आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा। ये उपकरण अधिक तापमान झेलने में सक्षम हैं और लंबे समय तक टिकाऊ रहेंगे।
रिसर्च प्रोजेक्ट से हुआ सुधार
वर्ष 2020 में शुरू किए गए फॉरेस्ट फायर रिसर्च एंड नॉलेज मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के तहत आग प्रभावित इलाकों की पहचान, कारणों का अध्ययन और मृदा पर पड़ने वाले असर का आकलन किया गया। इसी दौरान वन कर्मियों की सुरक्षा और औजारों को और अधिक प्रभावी बनाने पर भी काम हुआ।
DRDO का तकनीकी सहयोग
इस विशेष फायर सूट को तैयार करने में डीआरडीओ की संस्था सीएफईईएस (Centre for Fire, Explosive and Environment Safety) की मदद ली गई। नैनीताल वन प्रभाग में 2024 के फायर सीजन के दौरान इस सूट का ट्रायल किया गया। वन कर्मियों से मिले सुझावों के आधार पर आवश्यक बदलाव किए गए, जिससे सूट और अधिक उपयोगी हो गया।
विशेषज्ञों की राय
वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी डॉ. अमित कुमार वर्मा ने बताया कि नया फायर सूट वन कर्मियों को आग की लपटों और गर्मी से बचाएगा। खासतौर पर तैयार किए गए जूतों पर ज्यादा तापमान का असर नहीं होगा, जिससे वन कर्मियों को आग के बीच भी सुरक्षित काम करने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में जंगल की आग एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। ऐसे में वन अनुसंधान संस्थान और DRDO द्वारा तैयार किया गया अग्निरोधी सूट और आधुनिक औजार वन कर्मियों की जान बचाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। यह कदम न केवल राज्य के जंगलों को बचाने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि वन विभाग के जवानों को सुरक्षा का भरोसा भी देगा।