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    देहरादून: 12 वर्षीय बालक पर क्रिकेट बैट से हमला, जान का खतरा मंडरा रहा

    दिनांक: 25 सितंबर 2025
    स्थान: पटेलनगर, देहरादून

    पड़ोसी बच्चों ने किया जघन्य हमला, घायल बालक की हालत गंभीर

    देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 12 वर्षीय बालक पर क्रिकेट बैट से हमला किया गया। इस क्रूर वार में बालक को गंभीर चोटें आईं, जिससे उसकी जिंदगी खतरे में पड़ गई है। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, साथ ही आरोपियों को बाल सुधार गृह भेजने की तैयारी कर रही है।


    घटना का विवरण और पीड़ित की स्थिति

    मामला 26 जुलाई की शाम का है, जब पीड़ित बालक अपने घर के पास खेल रहा था। उसी समय पड़ोसी के 10 वर्षीय बच्चे ने उसे अपने घर खेलने के लिए बुलाया। वहां पहले से मौजूद दो अन्य बच्चे भी थे। शाम करीब नौ बजे, पीड़ित बालक अपने घर लौट रहा था, तभी उस पर हमला किया गया। आरोप है कि पड़ोसी बच्चों में से एक ने क्रिकेट बैट से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।

    घटना के तुरंत बाद, घर वालों ने बच्चे को इंद्रेश अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। अस्पताल में सीटी स्कैन और अन्य जांच में पता चला कि बालक के सिर में खून के थक्के जम गए हैं। चिकित्सकों ने तुरंत ही उसका ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद उसकी स्थिति स्थिर हुई है और वह अब होश में है।

    घटना के पीछे का कारण और पीड़ित का बयान

    आरोप है कि बालक के घर लौटने के बाद, घायल बालक ने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई। उसने बताया कि जब वह वापस घर जाने लगा, तो पड़ोसी बच्चे ने उसे रुकने के लिए कहा। जब उसने मना किया, तो पड़ोसी बच्चों ने मिलकर क्रिकेट बैट से उसके सिर पर वार किया।

    पीड़ित का कहना है कि इस घटना ने उसे बहुत डरा दिया है, और उसकी जान खतरे में पड़ गई है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


    पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना

    प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी बच्चों को बाल सुधार गृह भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही, पुलिस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।

    पुलिस का मानना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में सुरक्षा और सद्भावना के लिए खतरा हैं, और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


    निष्कर्ष

    यह घटना यह दर्शाती है कि बच्चों के बीच आपसी झगड़े भी खतरनाक रूप ले सकते हैं। स्थानीय पुलिस और समाज को चाहिए कि वे बालकों को सही मार्गदर्शन दें और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। बच्चे हमारे भविष्य हैं, और उनकी सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है।

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