देहरादून, 26 सितंबर 2025
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में बेरोजगार युवाओं का धरना लगातार जारी है। शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा गांधी पार्क धरनास्थल पहुंचे और युवाओं को पार्टी का पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि जब तक हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच नहीं होती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
माहरा बोले – “युवाओं की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी कंधे से कंधा मिलाकर”
धरनास्थल पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि युवाओं को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर संघर्ष करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ने भर्ती परीक्षाओं को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है और युवाओं का भविष्य दांव पर लगा दिया है।
माहरा ने युवाओं को आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ है और सरकार को सीबीआई जांच कराने के लिए बाध्य किया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं ने साधा भाजपा सरकार पर निशाना
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भी बेरोजगार युवाओं को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े आठ सालों में भाजपा सरकार ने युवाओं को सिर्फ धोखा दिया है। जहां भी परीक्षाएं आयोजित होती हैं, वहां पेपर लीक की घटनाएं सामने आती हैं।
धस्माना ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार नकल माफिया को संरक्षण दे रही है और अब सीबीआई जांच से इसलिए बच रही है क्योंकि इसमें पार्टी से जुड़े बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
आयोग और पुलिस की कार्रवाई
इस प्रकरण में शासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी, असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन, दरोगा रोहित कुमार और सिपाही ब्रह्मदत्त जोशी को निलंबित किया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया कि टिहरी के अगरोड़ा महाविद्यालय में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन वर्ष 2018 से मुख्य आरोपी खालिद के संपर्क में थी और उसने प्रश्नपत्र के तीन पन्नों को सोशल मीडिया के माध्यम से बाहर भेजा था। उसकी भूमिका प्रश्नपत्र सॉल्वर के रूप में पाई गई।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने पुष्टि की कि खालिद ने आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, जट बहादरपुर परीक्षा केंद्र से पेपर बाहर भेजा। इसी कड़ी में उसकी बहन साबिया को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
SIT को सौंपी गई जांच
पूरे प्रकरण की जांच अब एसआईटी कर रही है। सीओ रुड़की नरेंद्र पंत को एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस का दावा है कि जांच पूरी होने के बाद सभी तथ्य सार्वजनिक किए जाएंगे।
निष्कर्ष
UKSSSC पेपर लीक मामला अब केवल जांच एजेंसियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सियासी जंग का बड़ा मुद्दा बन चुका है। एक ओर बेरोजगार युवा सीबीआई जांच की मांग पर अड़े हैं, वहीं कांग्रेस ने आंदोलन को राजनीतिक और जनसमर्थन दोनों देने का ऐलान कर दिया है। सरकार SIT जांच का हवाला देकर बचाव कर रही है, लेकिन युवाओं और विपक्ष के दबाव ने इस प्रकरण को और गहरा संकट बना दिया है।