देहरादून, 10 अक्टूबर 2025
देहरादून पुलिस ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आतंक का पर्याय बने कुख्यात अपराधी विनय त्यागी और उसके गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का मुख्य उद्देश्य आपराधिक गतिविधियों के माध्यम से अवैध धन अर्जित कर विलासितापूर्ण जीवन जीना था।
देहरादून पुलिस की बड़ी कार्रवाई
नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने बुधवार को गैंग के सरगना विनय त्यागी (57) सहित उसके तीन साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस के अनुसार, गिरोह के अन्य सदस्य राजन सिंह और हरिओम त्यागी भी इस आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा हैं।
यह कार्रवाई गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1986 के तहत की गई, जिसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह और जिला मजिस्ट्रेट की स्वीकृति के बाद अमल में लाया गया।
तीन दर्जन से अधिक मुकदमों में लिप्त
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, विनय त्यागी के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी, जानलेवा हमला, चोरी और मारपीट जैसे करीब तीन दर्जन से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।
यह गैंग मुजफ्फरनगर, मेरठ और देहरादून सहित कई जिलों में सक्रिय था और लंबे समय से लोगों में डर का माहौल बनाए हुए था।
पुलिस के मुताबिक, गिरोह के सदस्य न सिर्फ संगठित अपराध में शामिल थे, बल्कि आम जनता में भय और असुरक्षा का वातावरण भी फैला रहे थे।
मुजफ्फरनगर से मेरठ तक फैला नेटवर्क
गैंग का सरगना विनय त्यागी मूल रूप से मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी का रहने वाला है और वर्तमान में मेरठ के जागृति विहार में रहता था।
उसका गिरोह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों में सक्रिय होकर चोरी, लूट और धमकी जैसे अपराधों को अंजाम देता था।
पुलिस के मुताबिक, गिरोह के पास मजबूत आपराधिक नेटवर्क था जो स्थानीय अपराधियों को जोड़कर बड़ी वारदातों की योजना बनाता था।
हाल की चोरी से खुली गैंग की पोल
हाल ही में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने विनय त्यागी को एक कार से लाखों रुपये के गहने और नकदी चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था।
जांच में खुलासा हुआ कि त्यागी ने अपने एक परिचित की कार से चोरी की योजना उसी समय बनाई जब उसे पता चला कि कार में कीमती गहने रखे हैं।
उसने अपने साथी के साथ मिलकर कार का शीशा तोड़कर चोरी को अंजाम दिया।
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर करीब चार लाख रुपये के गहने, 15 हजार रुपये नकद और वारदात में इस्तेमाल कार बरामद की।
गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई
देहरादून पुलिस ने इस मामले में कठोर कदम उठाते हुए विनय त्यागी और उसके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, चोरी के मुकदमे में त्यागी के जमानत पर छूटने की आशंका थी, इसलिए उसके पुराने आपराधिक इतिहास को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई की गई।
संपत्ति की कुर्की की भी तैयारी
पुलिस ने संकेत दिए हैं कि अगला कदम गिरोह की अवैध संपत्तियों की कुर्की का हो सकता है।
गिरोहबंद और समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1986 के तहत प्रशासन को यह अधिकार है कि अपराध से अर्जित संपत्तियों को जब्त किया जाए और संबंधित व्यक्तियों का गैंग चार्ट तैयार किया जाए।
इस अधिनियम का उद्देश्य संगठित अपराधों पर अंकुश लगाना और अपराधियों को सख्त कानूनी दायरे में लाना है।
पुलिस की चेतावनी: अपराधियों पर नहीं होगी ढिलाई
एसएसपी अजय सिंह ने कहा,
“देहरादून पुलिस संगठित अपराध और आपराधिक नेटवर्क पर पूरी तरह नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है। जो भी व्यक्ति समाज में भय का माहौल बनाएगा, उसके खिलाफ सबसे सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
निष्कर्ष
देहरादून में विनय त्यागी गैंग के खिलाफ दर्ज मुकदमा राज्य में संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
पुलिस ने साफ कर दिया है कि अपराध से अर्जित संपत्तियों की कुर्की और गैंग के अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई जारी रहेगी।
इस कदम से प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने और आम जनता में सुरक्षा का भरोसा बहाल करने की दिशा में सरकार और पुलिस की मंशा स्पष्ट रूप से दिख रही है।