BREAKING

उत्तराखंड हादसा: देहरादून से बनारस जा रही एंबुलेंस पलटी — मरीज समेत चार की मौत, सड़क किनारे खड़ी बच्ची गंभीर

अटरिया (लखीमपुर खीरी), 17 अक्टूबर 2025


इलाज के लिए बनारस जा रही थी एंबुलेंस, रास्ते में हुआ बड़ा हादसा
देहरादून से मरीज को लेकर बनारस जा रही एक निजी एंबुलेंस शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई।
यह दुर्घटना अटरिया के हिंद अस्पताल के पास हुई, जब एंबुलेंस अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई।
हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है।


नेशनल हाईवे पर हुआ हादसा, मौके पर मची अफरातफरी
घटना सुबह लगभग साढ़े छह बजे की बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एंबुलेंस तेज रफ्तार में नेशनल हाईवे पर हिंद अस्पताल के सामने से गुजर रही थी, तभी अचानक संतुलन बिगड़ने से पलट गई।
हादसे में सड़क किनारे खड़ी एक 40 वर्षीय महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी 12 वर्षीय बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस सेवा को सूचना दी।


चार की मौत, एक बच्ची अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही
हादसे में मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:

  1. विशाल पांडेय (40 वर्ष) – मरीज, निवासी देहरादून

  2. अज्ञात महिला (करीब 40 वर्ष) – सड़क किनारे खड़ी

  3. अज्ञात पुरुष (करीब 45 वर्ष) – एंबुलेंस में सवार

  4. गुरमीत (23 वर्ष) – एंबुलेंस चालक, निवासी हरिद्वार

घायलों में शामिल हैं:

  1. दिव्यांशु पांडेय (42 वर्ष) – मरीज का भाई, निवासी कैमूर, बिहार

  2. अज्ञात बच्ची (करीब 12 वर्ष) – मृत महिला की बेटी, जिसका इलाज हिंद अस्पताल में चल रहा है।


पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर शुरू किया रेस्क्यू
हादसे की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष उमाकांत शुक्ला मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से एंबुलेंस में फंसे लोगों को बाहर निकाला।
घायलों को तत्काल पास के हिंद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
थानाध्यक्ष शुक्ला ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना भेज दी गई है, जबकि अज्ञात मृतकों की पहचान के प्रयास जारी हैं।


तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह, एंबुलेंस बुरी तरह क्षतिग्रस्त
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि एंबुलेंस तेज रफ्तार में चल रही थी और मोड़ पर आते ही अनियंत्रित होकर पलट गई।
हादसे के बाद वाहन सड़क किनारे बने डिवाइडर और पेड़ से टकराकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
मौके पर कई मीटर तक टायर के निशान और टूटे शीशे बिखरे मिले, जो दुर्घटना की गंभीरता को दर्शा रहे थे।


स्थानीय लोग बोले – सड़क पर लगनी चाहिए बैरिकेडिंग
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस स्थान पर पहले भी कई वाहन फिसल चुके हैं।
यहां तीव्र मोड़ होने के बावजूद पर्याप्त चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग नहीं लगाई गई है।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि यहां स्पीड लिमिट साइन और रिफ्लेक्टर लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें।


निष्कर्ष: एक बार फिर बेपरवाही ने छीनी चार जिंदगियां
देहरादून से बनारस जा रही यह एंबुलेंस यात्रा एक परिवार के लिए कभी न भूलने वाली त्रासदी बन गई।
तेज रफ्तार और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी ने चार लोगों की जान ले ली और एक मासूम बच्ची को जिंदगी और मौत के बीच छोड़ दिया।
यह हादसा फिर से याद दिलाता है कि एंबुलेंस जैसी आपात सेवा में भी सुरक्षित ड्राइविंग के नियमों का पालन कितना जरूरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *