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तेज रफ्तार का कहर: दिवाली की खुशियों के बीच मांडूवाला रोड पर बुझा घर का चिराग, गलत दिशा से आई कार ने ली किशोर की जान

स्थान: देहरादून | दिनांक: 18 अक्टूबर 2025


खुशियों के बीच छाया मातम, हादसे ने छीनी मुस्कान
दिवाली की रौनक से सजे शहर देहरादून में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे ने एक परिवार की खुशियाँ छीन लीं। हरियाणा के करनाल निवासी 17 वर्षीय अंशुल कंबोज की तेज रफ्तार और लापरवाही का शिकार होकर जान चली गई। प्रेमनगर थाना क्षेत्र की मांडूवाला रोड पर गलत दिशा से आ रही कार ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल अंशुल को सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।


कॉलेज से लौटते वक्त हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, घटना 14 अक्टूबर की शाम लगभग 5:30 बजे की है। अंशुल डॉल्फिन कॉलेज की ओर से मांडूवाला की तरफ जा रहा था। तभी सामने से तेज रफ्तार और गलत दिशा से आ रही कार ने उसकी बाइक को जबरदस्त टक्कर मार दी। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी हालत इतनी गंभीर थी कि डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।

प्रेमनगर थानाध्यक्ष कुंदन राम ने बताया कि मृतक हरियाणा का रहने वाला था और मांडूवाला के पास एक हॉस्टल में रहकर प्राइवेट काम करता था। मृतक के मामा संदीप चौहान की तहरीर पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मुकदमा दर्ज किया गया है।


देहरादून में एक ही दिन तीन सड़क हादसे, दो गंभीर घायल
तेज रफ्तार का कहर सिर्फ मांडूवाला तक सीमित नहीं रहा। शहर के अन्य इलाकों में भी हादसों की खबरें सामने आईं।

क्लेमेन्टटाउन क्षेत्र के टर्नर रोड लेन नंबर-7 पर भी 14 अक्टूबर को एक कार ने बाइक सवार सावन थापा को टक्कर मार दी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हुआ। थानाध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया कि घायल के भाई मधुसूदन थापा की शिकायत पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

वहीं, पटेलनगर में 2 अक्टूबर को काली मंदिर के पास तेज रफ्तार बाइक की टक्कर से मनप्रीत नामक युवती गंभीर रूप से घायल हो गई। थानाध्यक्ष चंद्रभान अधिकारी ने बताया कि कार चालक अयान के खिलाफ भी लापरवाही से वाहन चलाने का मुकदमा दर्ज किया गया है।


मांडूवाला रोड बनी हादसों की हॉटस्पॉट, उठी सुरक्षा की मांग
मांडूवाला और सुध्दोवाला के बीच की वनवे रोड पर लगातार हादसों से स्थानीय लोग दहशत में हैं। निवासी पंकज भट्ट ने बताया कि इस एक लेन की सड़क पर तेज रफ्तार, ड्रंक एंड ड्राइव और गड्ढों की वजह से बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि “करीब नौ महीने पहले भी इसी रोड पर एक बच्चे की मौत हुई थी, लेकिन आज तक कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए।”

स्थानीय लोग प्रशासन से स्पीड ब्रेकर, साइन बोर्ड और पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, ताकि आगे किसी और परिवार का चिराग न बुझे।


निष्कर्ष:
दिवाली की खुशियों के बीच देहरादून में सड़क हादसों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मांडूवाला रोड जैसी संवेदनशील जगहों पर ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन और सुरक्षा उपायों की तत्काल जरूरत है। अंशुल कंबोज का जाना सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि समाज का भी नुकसान है — जो तेज रफ्तार और लापरवाही की कीमत एक बार फिर जान देकर चुकाई गई।


“दिवाली की रोशनी के बीच एक घर में अंधेरा — सड़क सुरक्षा ही सच्ची जिम्मेदारी।”

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