तिथि – 19 अक्टूबर 2025 | स्थान – देहरादून, उत्तराखंड
देहरादून में शनिवार देर रात दून अस्पताल के बाहर गोली चलने की घटना से सनसनी फैल गई। दो गुटों के बीच पहले हुए झगड़े के बाद मामला इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने अस्पताल के बाहर युवक पर गोली चला दी। यह पूरी घटना एसएसपी ऑफिस से कुछ ही दूरी पर हुई, जिससे शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
देर रात कैनाल रोड पर शुरू हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार, 18 अक्टूबर की देर रात लगभग 2 बजे राजपुर क्षेत्र के अंतर्गत कैनाल रोड स्थित एक कैंटीन के पास दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ। झगड़ा इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों को चोटें आईं। विवाद में शामिल युवक आयुष्मान कौशिक (निवासी रायपुर, देहरादून), दिशांत सिंह राणा (निवासी होसला, जनपद उत्तरकाशी) और माही (निवासी राजपुर रोड, देहरादून) उपचार और मेडिकल जांच के लिए दून अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल के बाहर फिर भिड़े दोनों पक्ष
घायल युवक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे ही थे कि कुछ देर बाद चाय पीने के लिए अस्पताल के बाहर निकले। तभी दूसरा पक्ष, जिसमें नृपेंद्र धामा (निवासी बागपत, उत्तर प्रदेश) भी शामिल था, अस्पताल पहुंच गया। दोनों पक्षों के बीच फिर से कहासुनी शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसक रूप ले गई।
गोली चलने से मचा हड़कंप
कहासुनी के दौरान दूसरे पक्ष से आए बदमाशों ने गोली चला दी, जो सीधे दिशांत सिंह राणा को लगी। गोली लगते ही अस्पताल के बाहर अफरा-तफरी मच गई। दिशांत को उसके साथियों ने तत्काल अस्पताल के अंदर ले जाकर भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है।
पुलिस जांच में जुटी, सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना एसएसपी कार्यालय से महज कुछ दूरी पर हुई, जिससे सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठना स्वाभाविक है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश जारी है। फिलहाल, घायल की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
शहर में बढ़ी चिंता, लोगों में आक्रोश
इस गोलीकांड के बाद शहरवासियों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि जब अस्पताल और पुलिस दफ्तर के पास ऐसी वारदात हो सकती है, तो आम इलाकों में सुरक्षा की क्या गारंटी है?
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
निष्कर्ष
देहरादून जैसे शांत शहर में अस्पताल के बाहर गोली चलने की यह घटना कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान छोड़ गई है। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी है, लेकिन इस वारदात ने स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा तंत्र को और सख्त करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।