दिनांक : 4 नवम्बर 2025
स्थान : देहरादून (प्रेमनगर)
देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मोहनपुर इलाके में सोमवार शाम उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवक की सैलून के बाहर झगड़े के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान अरुण कुमार (38 वर्ष) निवासी स्मिथ नगर, प्रेमनगर के रूप में हुई है। वह मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला था और अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ किराए पर रह रहा था।
पुरानी रंजिश बनी मौत की वजह
पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक अरुण कुमार और आरोपी अजय किशोर देवली, निवासी श्यामपुर कॉलोनी के बीच पहले से आपसी रंजिश थी। दोनों के बीच कुछ समय पहले शराब के नशे में विवाद हुआ था, जिसके बाद से तनाव बना हुआ था।
सोमवार शाम करीब 5:30 बजे अरुण कुमार सैलून में बाल रंगवाने गया था। जब वह बाहर निकला तो अचानक अजय से उसकी मुलाकात हो गई और देखते ही देखते दोनों में मुक्केबाजी और धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
ब्लेड से हमला और फिर सड़क पर गिरी जान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झगड़े के दौरान अरुण ने अपने पास रखा ब्लेड निकालकर अजय पर हमला किया, जिससे अजय के चेहरे और शरीर पर गहरे कट लग गए। इसके बाद दोनों के बीच गुत्थमगुत्था होती रही और अचानक अरुण सड़क पर घुटनों के बल गिरकर बेहोश हो गया।
अजय मौके से फरार हो गया, जबकि राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। प्रेमनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और अरुण को बेसुध हालत में पाया, हालांकि तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम
घटना की सूचना मिलते ही एसपी सिटी प्रमोद कुमार और पुलिस टीम मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया और घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए गए।
पुलिस ने बताया कि मृतक के शरीर पर किसी हथियार से लगी गंभीर चोट नहीं मिली, केवल नाक से खून बहा था, जो संभवतः मुक्के या गिरने से आया होगा। शव को कोरोनेशन अस्पताल भेजा गया है।
हत्या या हादसा? पोस्टमार्टम से होगा खुलासा
एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या के स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिले हैं। अजय के चेहरे पर ब्लेड से चोट के निशान हैं और उसने आपसी रंजिश की बात स्वीकार की है। पुलिस ने अजय को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मृतक और आरोपी दोनों एक ही रास्ते से आते-जाते थे और उनके बीच पहले भी विवाद हो चुका था। फिलहाल प्रेमनगर पुलिस विस्तृत विवेचना में जुटी है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण स्पष्ट हो पाएगा।
मृतक का आपराधिक इतिहास भी आया सामने
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अरुण कुमार दो माह पहले ही सुद्धोवाला जेल से हत्या के प्रयास के मामले में जमानत पर रिहा हुआ था। जेल जाने से पहले वह ई-रिक्शा चालक के रूप में काम करता था। उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं यह रंजिश पूर्व विवाद की कड़ी तो नहीं।
निष्कर्ष
फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु मान रही है। हत्या, झगड़े या किसी अन्य कारण से हुई मौत के सभी पहलुओं की जांच जारी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि अरुण की मौत झगड़े के दौरान चोट लगने से हुई या किसी अन्य वजह से। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किए हैं, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।


