दिनांक: 10 नवम्बर 2025
स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में इंजीनियरिंग के छात्र की मौत हो गई, जबकि उसके दो दोस्त जिंदगी के लिए अस्पताल में संघर्ष कर रहे हैं। हादसा रात करीब 2.30 बजे रामपुर क्षेत्र में बड़ी मस्जिद के पास हुआ, जब एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर विपरीत दिशा में गई और सड़क किनारे खड़े पेड़ से जा टकराई।
तेज रफ्तार का कहर: एक मृत, दो गंभीर घायल
सेलाकुई से सहसपुर की ओर आ रही कार में तीन छात्र सवार थे। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
हादसे में मुजफ्फरपुर (बिहार) निवासी सत्यम कुमार उर्फ हर्षराज (22 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, उसके साथी विनीत (21 वर्ष), निवासी बिहार, और सौरभ सिंह (24 वर्ष), निवासी प्रयागराज (उत्तरप्रदेश), गंभीर रूप से घायल मिले।
सभी छात्र जेबीआईटी के — गहरी रात में लौट रहे थे हॉस्टल
जानकारी के अनुसार तीनों छात्र सहसपुर स्थित जेबीआईटी (JBIT) के छात्र थे और देर रात अपने कॉलेज क्षेत्र की ओर लौट रहे थे। मार्ग में उनकी कार अनियंत्रित होकर टकरा गई और तीनों युवक कार के भीतर फंस गए।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाए गए छात्र
कोतवाली प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी और तीनों छात्र गंभीर अवस्था में मिले।
घायल छात्रों को 108 एंबुलेंस के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहसपुर ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने सत्यम को मृत घोषित किया।
दोनों घायलों का उपचार जारी, स्थिति नाजुक
चिकित्सकों ने घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया।
विनीत का उपचार दून अस्पताल में जारी है, जबकि सौरभ सिंह ग्राफिक एरा अस्पताल, धूलकोट में भर्ती हैं।
दोनों की स्थिति अभी भी गंभीर बताई जा रही है।
पोस्टमार्टम की तैयारी और परिजनों को सूचना
पुलिस ने मृतक सत्यम का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना की जानकारी मृतक और घायलों के परिजनों को दे दी गई है, जिनके देहरादून पहुंचने की संभावना है।
निष्कर्ष
देहरादून-पांवटा हाईवे पर हुआ यह हादसा तेज रफ्तार और असमय ड्राइविंग के खतरे की गंभीर याद दिलाता है।
भविष्य के सपनों के साथ पढ़ने आए तीन छात्रों में से एक की मौत और दो की गंभीर स्थिति ने पूरे कॉलेज परिसर और परिवारों को शोक में डूबो दिया है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि डॉक्टर घायल छात्रों को बचाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।


