दिनांक: सोमवार रात, 10 नवंबर 2025
स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
देहरादून की हवा में सोमवार रात अचानक एक तनाव की खड़खड़ाहट फैल गई। दिल्ली के लाल किले पर हुए धमाके के बाद जैसे ही देशभर में अलर्ट जारी हुआ, दून की सड़कों ने भी सुरक्षा की सख्त सजगता ओढ़ ली। शहर के केंद्र बिंदु घंटाघर से लेकर रेलवे स्टेशन तक पुलिस बल तैनात हो गया, और हर कदम पर एक गंभीर चौकन्नापन तैरता दिखा।
रेलवे स्टेशन बना सुरक्षा जांच का केंद्र
अलर्ट के बाद दून रेलवे स्टेशन पर पुलिस की मौजूदगी किसी अभेद दीवार की तरह महसूस हुई। एसएसपी अजय सिंह खुद दल-बल के साथ स्टेशन पहुंचे और वाहनों की चेकिंग से लेकर यात्रियों के टिकट और सामान की बारीकी से जांच करवाई।
डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ते (BDS) ने भी संदिग्ध वस्तुओं की स्कैनिंग शुरू कर दी, जिससे प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों में स्वाभाविक ही बेचैनी बढ़ गई। कई यात्री पुलिस से लगातार पूछते रहे कि आखिर ऐसा क्या हुआ है कि इतनी कड़ी जांच चल रही है।
ट्रेन के डिब्बों में पहुंचा पुलिस अमला
एसएसपी अजय सिंह ने सुरक्षा इंतजामों की जांच करते हुए लखनऊ जाने वाली ट्रेन के कोचों तक पहुंचकर यात्रियों से बात की। पुलिस दल को अचानक अपने डिब्बों में देखकर यात्री क्षणभर के लिए सहम गए, लेकिन अधिकारियों की शांत और स्पष्ट बातचीत ने माहौल को नियंत्रित रखा।
प्रत्येक कोच, प्रत्येक सीट और प्रत्येक बैग सुरक्षा जांच की कतार में आया, और पुलिस की सटीक, त्वरित कार्रवाई ने सुनिश्चित किया कि सुरक्षा कहीं ढीली न पड़े।
घंटाघर सहित शहर के प्रमुख चौराहों पर तलाशी अभियान
घंटाघर क्षेत्र में पुलिस ने वाहनों की जांच अभियान तेज कर दिया। बाहर के राज्यों की नंबर प्लेट वाले वाहनों पर विशेष नजर रखी गई। इसके साथ ही, पुराने समय से खड़े वाहनों की भी अलग से जांच की गई।
साथ ही जिले की सीमाओं पर बैरिकेड्स लगाकर रातभर तलाशी अभियान जारी रहा। सुरक्षा टीमों ने चप्पे चप्पे पर पैनी नजर रखते हुए संदिग्ध गतिविधियों की जांच की।
एसएसपी बोले: हर स्तर पर जांच ज़रूरी
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दिल्ली की घटना के बाद देहरादून में सुरक्षा बढ़ाना आवश्यक था और इसलिए टीमों को हर संवेदनशील स्थान पर तैनात किया गया।
“हमारा उद्देश्य शहर को हर संभावित खतरे से सुरक्षित रखना है। इसलिए वाहन, व्यक्ति, स्टेशन और चौराहों पर सघन जांच जारी रहेगी।”
निष्कर्ष
दिल्ली के लाल किले पर हुए धमाके ने देशभर में सुरक्षा चेतना को तीखा कर दिया है, और देहरादून भी इससे अछूता नहीं रहा। शहर की रात पुलिस की सतर्क निगरानी में बीती, और सुरक्षा बलों ने साबित किया कि किसी भी आपात स्थिति में प्रतिक्रिया तुरंत और सख्त होगी।
हालांकि शहर के लोगों में एक हल्की चिंता देखी गई, पर पुलिस की तत्परता ने विश्वास को मजबूत किया कि देहरादून हर खतरे का सामना करने के लिए तैयार है।





