नई दिल्ली, 17 नवंबर 2025 (रविवार)
भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम 2025 के अंतर्गत देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के मेधावी छात्र-छात्रियों का दल रविवार को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड निवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रों को जीवन प्रबंधन, निरंतर सीखने और आत्मविश्वास से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताईं।
“मनुष्य के अंदर असीम शक्ति”—स्वामी विवेकानंद का स्मरण करते हुए सीएम धामी
सीएम धामी ने संवाद के दौरान स्वामी विवेकानंद के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि मनुष्य के भीतर अपार ऊर्जा छिपी होती है।
इस शक्ति को जाग्रत करने के लिए—
-
स्वयं पर विश्वास
-
एकाग्रता
-
और निरंतर प्रयास
सबसे महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि अगर विद्यार्थी समय प्रबंधन सीख लें और अपनी गलतियों को सुधारने पर ध्यान दें तो उनका भविष्य निश्चित रूप से उज्ज्वल होगा।
सीएम धामी ने साझा किया अपना विद्यार्थी जीवन का अनुभव
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से अपने जीवन की सीख भी साझा की।
उन्होंने बताया कि जब वे कक्षा 9वीं में थे और उनके पिता सेना से सेवानिवृत्त हुए थे, तब वे खटीमा से नैनीताल एक्सप्रेस पकड़कर अकेले सागर पहुंचे थे, ताकि 10वीं की परीक्षा दे सकें।
सीएम धामी ने कहा कि यह उनका पहला वास्तविक शैक्षिक भ्रमण था, जिसने उन्हें नए अनुभवों और सतत सीखने की प्रेरणा दी।
ज्ञान, विज्ञान और अनुसंधान की ओर बढ़ने का आह्वान
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण छात्रों को नई चीजें सीखने, समझने और अनुभव करने का अवसर देता है।
उन्होंने भरोसा जताया कि इस भ्रमण ने भी छात्रों के ज्ञान में महत्वपूर्ण वृद्धि की होगी।
सीएम ने विद्यार्थियों को विद्यालय में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य स्तर पर भी ऐसे शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
पढ़ाई का समय अमूल्य, समय का सदुपयोग जरूरी
मुख्यमंत्री धामी ने छात्रों को समय प्रबंधन के महत्व पर जोर देते हुए कहा—
“पढ़ाई का समय वापस नहीं आता। इसलिए परिश्रम, कौशल, और अनुशासन के साथ लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि
-
लेखन प्रक्रिया को स्पष्ट और स्वच्छ रखें
-
लक्ष्य से कभी न भटकें
-
चुनौतियों और प्रतियोगिता को स्वीकारें
क्योंकि इनके बिना जीवन का विकास संभव नहीं है।
इस दौरान देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी भी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष
उत्तराखंड निवास में हुई यह मुलाकात छात्रों के लिए प्रेरणा और सीख से भरी रही।
मुख्यमंत्री धामी के अनुभव, समय प्रबंधन पर दिए सुझाव और स्वामी विवेकानंद के विचारों ने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, अनुशासन और निरंतर प्रयास की ओर प्रोत्साहित किया।
भारत दर्शन कार्यक्रम छात्रों को देश की विविधता, ज्ञान और नए अनुभवों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, और राज्य सरकार भी इसे व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है।


