तिथि: 26 नवंबर 2025 | स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
देहरादून में साइबर ठगों ने हाई-टेक तरीका अपनाते हुए एक व्यक्ति को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एडिटेड एआई वीडियो के जरिए झांसे में ले लिया। ट्रेडिंग पर अधिक मुनाफे का लालच देकर ठगों ने पीड़ित से 12 लाख 18 हजार रुपये हड़प लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एआई से बना फर्जी वीडियो, ट्रेडिंग में निवेश का लालच
डोईवाला क्षेत्र के निवासी बलवंत सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले उनके फोन पर वित्त मंत्री का एक विज्ञापन जैसा वीडियो दिखा, जिसमें ट्रेडिंग के माध्यम से भारी मुनाफे का दावा किया गया था।
वीडियो के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही:
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एक अज्ञात नंबर से उनका फोन आया
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कॉलर ने स्वयं को वित्तीय सलाहकार बताते हुए ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए प्रेरित किया
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अधिक लाभ मिलने का आश्वासन दिया गया
पीड़ित वीडियो देखकर भ्रमित हो गया और निवेश करने को तैयार हो गया।
पहले छोटे निवेश का लालच, फिर बढ़ती रकम की मांग
ठगों ने सबसे पहले:
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ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए 16 हजार रुपये जमा कराए
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फिर ‘सॉल्यूशन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म’ पर अधिक मुनाफा दिखाते हुए
1 लाख 10 हजार रुपये और जमा करवाए
इसके बाद ठग लगातार पीड़ित से पैसे लेते रहे और खाते में कृत्रिम रूप से बढ़ता हुआ मुनाफा दिखाकर उसे और निवेश करने को प्रेरित करते रहे।
निकासी के नाम पर नई चाल: डॉलर को रुपये में बदलने का बहाना
जब पीड़ित ने खाते में दिख रहे मुनाफे को निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने नई रणनीति अपनाई। उन्होंने कहा कि:
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मुनाफा डॉलर में है
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इसे रुपये में बदलने के लिए एजेंट से बात करनी होगी
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इसके लिए अलग-अलग शुल्क के रूप में और पैसे जमा करने होंगे
इस तरह बार-बार रकम वसूलते हुए ठगों ने कुल 12,18,050 रुपये की धोखाधड़ी कर ली।
साइबर क्राइम सेल ने दर्ज की जीरो FIR, जांच शुरू
पीड़ित ने तुरंत साइबर क्राइम टोल-फ्री नंबर पर कॉल कर शिकायत दी।
साइबर क्राइम सेल ने:
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जीरो FIR दर्ज कर मामला डोईवाला कोतवाली को स्थानांतरित किया
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कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप राणा ने मामले की पुष्टि की
उन्होंने कहा कि अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
पुलिस की चेतावनी: एआई वीडियो देखकर न करें निवेश
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साइबर अपराधी अब एआई तकनीक की मदद से मंत्रियों, अधिकारियों और सेलिब्रिटीज के एडिटेड वीडियो बनाकर लोगों को ठग रहे हैं।
लोगों को चेताया गया है कि:
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किसी भी ट्रेडिंग लिंक पर क्लिक न करें
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अनजान कॉलर्स से निवेश संबंधी बातें न मानें
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सरकारी अधिकारियों के वीडियो या विज्ञापन की सत्यता अवश्य जांचें
निष्कर्ष
देहरादून का यह मामला साइबर अपराधियों द्वारा नई तकनीक का दुरुपयोग कर आम नागरिकों को निशाना बनाने का बड़ा उदाहरण है। एडिटेड एआई वीडियो से लोगों को भ्रमित कर ठगना अब आम हो गया है, जो डिजिटल सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करने की अपील की है।


