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Dehradun News: जौलीग्रांट में हाथी ने छीन ली मासूम की जान — कलेजे को चीर देने वाला दृश्य, गम में डूबा पूरा गांव

 तिथि: 29 नवंबर 2025
स्थान: जौलीग्रांट, देहरादून (उत्तराखंड)


वनमार्ग पर मौत का साया: छठवीं के छात्र कुनाल को हाथी ने पटक कर मार डाला

देहरादून जिले में वन्यजीव-मानव संघर्ष की एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। बृहस्पतिवार की शाम कालू सिद्ध मंदिर के पीछे स्थित वन मार्ग पर हाथी ने छठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 12 वर्षीय छात्र कुनाल पर अचानक हमला कर दिया। हाथी ने मासूम को बुरी तरह पटक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।


शव पहुंचते ही कोहराम, टूट गया परिवार का सहारा

शुक्रवार सुबह छात्र का शव कोठारी मोहल्ला, जौलीग्रांट स्थित उसके घर लाया गया।
जैसे ही परिजनों ने अपने लाल का चेहरा देखा, घर में चीख-पुकार मच गई।
गांव के लोग भी इस मासूम की मौत से सदमे में थे।
हर आंख नम थी और माहौल गम से भरा हुआ था।


गमगीन माहौल में हुई अंतिम यात्रा

परिजनों, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों की मौजूदगी में कुनाल की अंत्येष्टि जौलीग्रांट में गमगीन माहौल के बीच की गई।
स्कूल के साथी और शिक्षक भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस दर्दनाक हादसे पर शोक व्यक्त किया।
जूनियर हाईस्कूल कोठारी मोहल्ले के प्रधानाचार्य अनिरूद्ध सोलंकी और कई जनप्रतिनिधि भी अंतिम विदाई देने पहुंचे।


वन मार्ग किया गया बंद — वन विभाग ने उठाया एहतियाती कदम

हादसे के बाद शुक्रवार सुबह कालूवाला में गश्त के दौरान एक वनकर्मी का भी हाथी ने पीछा किया।
किसी तरह उसने भागकर अपनी जान बचाई।
स्थिति को देखते हुए स्थानीय विधायक के निर्देश पर थानो रेंज अधिकारियों ने कालूसिद्ध–धन्याड़ी वन मार्ग के दोनों ओर खाई खोदकर मार्ग को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है।

डीएफओ नीरज शर्मा और रेंजर एन.एल. डोभाल ने घटना पर गहरा दुख जताया और कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ाई जा रही है।

 


अस्पताल से पीएम तक—वन विभाग रहा परिवार के साथ

दुर्घटना के तुरंत बाद थानो रेंजर एन.एल. डोभाल जौलीग्रांट अस्पताल पहुंचे और परिजनों को सहायता राशि का चेक सौंपा।
शुक्रवार सुबह पंचनामा से लेकर देहरादून में पोस्टमार्टम तक रेंजर और उनकी टीम लगातार परिवार के साथ रहे।

अंत्येष्टि की संपूर्ण व्यवस्था भी वन विभाग की ओर से ही करवाई गई, ताकि शोकाकुल परिवार को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

उपस्थित लोग:
राजेश भट्ट, अर्जुन रावत, गुड्डू चौहान, बालम सिंह, तेजवीर रावत, राकेश डोभाल सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।


निष्कर्ष: सुरक्षा के नए इंतजाम जरूरी, जंगलों में बढ़ते खतरे पर चिंता

जौलीग्रांट में हुए इस हादसे ने फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जंगलों के करीब रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए।
हाथियों की बढ़ती आवाजाही और वन मार्गों पर होती घटनाएं प्रशासन के लिए एक बड़ा संकेत हैं कि इलाके में निगरानी और सुरक्षा को और मजबूत करना होगा।

मासूम कुनाल की मौत ने पूरे क्षेत्र को शोकमग्न कर दिया है, और अब लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और वन विभाग जल्द ही प्रभावी समाधान लाए।

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