तारीख: 29 नवंबर 2025 | स्थान: देहरादून–पौड़ी–नैनीताल
युवाओं को डाक सेवाओं से जोड़ने का नया कदम—उत्तराखंड में खुलेंगे Gen-Z फ्रेंडली पोस्ट ऑफिस
डिजिटल युग में युवाओं तक अपनी पहुंच मजबूत करने के लिए डाक विभाग ने उत्तराखंड में एक अभिनव पहल की शुरुआत की है।
प्रदेश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में ‘जेन-जी डाकघर’ (Gen-G Post Office) खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। इस नये मॉडल का उद्देश्य युवाओं को डाकघर, उसकी योजनाओं और सेवाओं से सीधे जोड़ना है।
वाई-फाई, कॉफी शॉप और मॉडर्न इंटीरियर—पोस्ट ऑफिस का नया रूप
डाक विभाग इन जेन-जी पोस्ट ऑफिसों को पूरी तरह मॉडर्न लुक दे रहा है।
युवाओं के अनुकूल बनाई जा रही सुविधाओं में शामिल हैं—
-
फ्री वाई-फाई
-
कॉफी शॉप जैसी व्यवस्था
-
आधुनिक और आकर्षक इंटीरियर
-
काउंटर पर डिजिटल सेवाएं और आसान प्रोसेस
इसका उद्देश्य है कि डाकघर अब सिर्फ एक सेवा केंद्र न होकर युवा वर्ग के लिए इंटरएक्टिव स्पेस बन सके।
कॉलेज परिसरों में स्थापित होंगे Gen-G पोस्ट ऑफिस
डाक अधिकारियों के मुताबिक, जब डाकघर छात्रों के पास पहुंचेगा तो वे न सिर्फ इसकी सेवाओं को समझ पाएंगे, बल्कि डाकघर में उपलब्ध योजनाओं का आसानी से लाभ भी उठा सकेंगे।
युवाओं के लिए इन पोस्ट ऑफिसों में—
-
इंटर्नशिप के अवसर,
-
फील्ड ट्रेनिंग,
-
डाक सेवाओं का आधुनिक उपयोग
जैसी पहलें भी शामिल की जाएंगी।
“युवा डाक सेवाओं को नजदीक से समझें”—डाक विभाग
मुख्य डाकघर के निदेशक अनुसुया प्रसाद चमोला ने बताया—
“जेन-जी डाकघर एक नया नवाचार है। दिल्ली में इसकी शुरुआत सफल रही है। अब उत्तराखंड में भी हम युवाओं को जोड़ने के लिए कॉलेज परिसरों में आधुनिक डाकघर स्थापित कर रहे हैं। डाकघर अब जेन-जी के पास जाएगा।”
पहले चरण में पौड़ी और नैनीताल, फिर देहरादून और अन्य जिलों में विस्तार
नई योजना के तहत
-
पहले चरण में पौड़ी और नैनीताल के शैक्षणिक संस्थानों में जेन-जी पोस्ट ऑफिस स्थापित किए जाएंगे।
-
दूसरे चरण में देहरादून में इस मॉडल को लागू किया जाएगा।
-
इसके बाद राज्य के अन्य जिलों में भी इसे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा।
निष्कर्ष: डाकघर का भविष्य डिजिटल और युवा-केंद्रित
डाक सेवाएँ आधुनिक युग की गति के साथ खुद को बदल रही हैं।
Gen-G Post Office मॉडल न केवल छात्रों को डाकघर से जोड़ने का माध्यम बनेगा, बल्कि यह डाक विभाग की छवि को भी अधिक आधुनिक, नवाचार-केंद्रित और युवा-अनुकूल बनाएगा।
अगले कुछ महीनों में उत्तराखंड के कई कॉलेजों में छात्रों को नए, हाई-टेक और आकर्षक डाकघर देखने को मिलेंगे—जो आने वाले समय की डाक सेवा का स्वरूप तय करेंगे।


