टिहरी/देहरादून। 08 दिसम्बर 2025
गोवा के एक नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड ने उत्तराखंड के कई परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया है। इस हादसे में राज्य के पांच युवकों की मौत की पुष्टि हुई है, जो सभी उसी नाइट क्लब में कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे। इन मृतकों में टिहरी जिले के युवक सतीश सिंह राणा (28) की मौत की खबर सामने आने के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
रोजगार की तलाश में गया था गोवा, लौटना था जनवरी में
टिहरी जनपद के चाह गाडोलिया गांव निवासी सतीश सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह राणा और माता संगीता देवी के चार बच्चों में सबसे बड़े थे। परिवार खेती-बाड़ी और मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता है। सतीश करीब दो साल पहले चंडीगढ़ के रास्ते गोवा गया था, जहां वह एक होटल और नाइट क्लब में नौकरी कर रहा था। परिजनों के अनुसार सतीश जनवरी माह में घर आने वाला था, लेकिन उससे पहले ही यह दर्दनाक हादसा हो गया।
मौत की खबर से टूट गया परिवार
बेटे की असमय मौत की सूचना मिलते ही पिता सुरेंद्र सिंह और मां संगीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए आसपास के गांवों से लोग लगातार पहुंच रहे हैं। सतीश की मौत की खबर ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।
भाई भी पहुंचा गोवा, शव गांव रवाना
अग्निकांड में भाई की मौत के बाद सतीश का छोटा भाई सौरभ भी चंडीगढ़ से गोवा रवाना हो गया। गोवा में साथ काम करने वाले विजेंद्र और अरविंद सतीश का शव लेकर गांव के लिए निकल चुके हैं। परिजनों के अनुसार, शव आज रात करीब 7 से 8 बजे तक गांव पहुंचने की संभावना है।
नौ दिसंबर को होगा अंतिम संस्कार
परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, सतीश सिंह राणा का अंतिम संस्कार 09 दिसम्बर 2025 को उनके पैतृक घाट पर पूरे रीति-रिवाज के साथ किया जाएगा। गांव और क्षेत्र में शोक सभाओं का दौर जारी है।
निष्कर्ष
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड ने एक बार फिर प्रवास में काम कर रहे युवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। टिहरी के सतीश सिंह राणा की दर्दनाक मौत न केवल एक परिवार की अपूरणीय क्षति है, बल्कि पूरे गांव के लिए गहरा आघात है। यह हादसा जिम्मेदार एजेंसियों के लिए चेतावनी है कि ऐसे स्थलों पर सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू किया जाए, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसा दर्द न सहना पड़े।


