जिला प्रशासन की कार्रवाई से दून के लाखों अभिभावकों को राहत मिलेगी और स्कूलों की मनमानी थमेगी। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी अधिकारी ने अभिभावकों की पीड़ा को समझते हुए कड़े कदम उठाए हैं। – आरिफ खान, केंद्रीय अध्यक्ष, नेशनल एसोसिएशन फार पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स