दून अस्पताल की आयुष्मान की करीब 4400 फाइलों को लौटा दिया गया। इसमें करोड़ों रुपये का भुगतान भी रोका गया था।
दून अस्पताल में हर रोज करीब 10 मरीज ऐसे भर्ती हो रहे जो आयुष्मान कार्ड के माध्यम से सिर्फ एमआरआई और सीटी स्कैन की जांच कराना चाहते हैं। क्लेम के लिए इन मरीजों की फाइल जब राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (एसएचए) के पास भेजी जाती है तो वहां से इन फाइलों को लौटाया जा रहा है।
एसएचए की ओर से कुछ महीने पूर्व दून अस्पताल की आयुष्मान की करीब 4400 फाइलों को लौटा दिया गया था। इसमें करोड़ों रुपये का भुगतान भी रोका गया था। एसएचए की ओर से इन फाइलों में गड़बड़ी की बात कही गई थी। इसके बाद अलग-अलग समय पर एसएचए ने आयुष्मान के प्रावधानों को और अधिक कड़ा किया। जहां पूर्व में दून अस्पताल में एमआरआई और सीटी स्कैन जैसी जांचें बिना भर्ती हुए आयुष्मान में हो जाती थीं, उनमें मरीज को भर्ती करना अनिवार्य किया गया।