देहरादून, 27 जुलाई 2025
राजधानी देहरादून के पटेलनगर इलाके में रविवार सुबह एक घर में एलपीजी गैस लीक के कारण भीषण धमाका हो गया। हादसे में एक ही परिवार के पांच सदस्य, जिनमें तीन बच्चे शामिल हैं, बुरी तरह झुलस गए। सभी घायलों को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फोरेंसिक जांच और बम निरोधक दस्ते (BDS) की रिपोर्ट के मुताबिक, कमरे में पूरी रात गैस लीक होती रही और सुबह बिजली के स्विच में स्पार्किंग होने के चलते धमाका हो गया।
हादसा कैसे हुआ? – मिनट-दर-मिनट विवरण
- स्थान: टपरी, पूर्वी पटेलनगर, महंत इंद्रेश अस्पताल के पीछे
- समय: सुबह 6:45 बजे के करीब
- स्थिति: कमरा पूरी तरह बंद था; गैस सिलेंडर से धीरे-धीरे लीक हो रही थी गैस
- ट्रिगर: सुबह बिजली के स्विच में स्पार्किंग हुई, जिससे गैस ने आग पकड़ ली और ब्लास्ट हो गया
- नतीजा: धमाके में दीवार और दरवाजे को नुकसान, 5 लोग झुलसे
झुलसे परिवार के सदस्य | नाम और स्थिति
- विजय साहू (पिता)
- सुनीता साहू (पत्नी)
- अमर (बेटा)
- सनी (बेटा)
- अनामिका (बेटी)
- सभी मूल रूप से असहीपुर, बलरामपुर (उ.प्र.) के रहने वाले हैं और हाल में पटेलनगर, देहरादून में रह रहे थे।
- सभी घायलों को एंबुलेंस से दून अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, घायलों की हालत फिलहाल स्थिर है लेकिन गंभीर झुलसे हैं।

फोरेंसिक और बीडीएस टीम की जांच में क्या निकला?
- फोरेंसिक टीम के मुताबिक, कमरे में पूरी रात गैस रिसाव होता रहा।
- खिड़की और दरवाजे बंद होने के कारण गैस कमरे में भरती रही।
- सुबह जब बिजली का स्विच ऑन किया गया, तो स्पार्किंग हुई जिससे गैस में आग लग गई और विस्फोट हो गया।
- धमाका इतना तेज था कि कमरे की दीवार का हिस्सा और दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया।
पुलिस और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
- सूचना मिलते ही पटेलनगर कोतवाली प्रभारी चंद्रभान अधिकारी और बाजार चौकी प्रभारी प्रमोद शाह मौके पर पहुंचे।
- फोरेंसिक और बम निरोधक दस्ता तुरंत सक्रिय हुआ और क्षेत्र को सुरक्षित किया गया।
क्या है एलपीजी गैस से जुड़ा खतरा? – विशेषज्ञों की चेतावनी
- छोटे कमरों में गैस सिलेंडर रखना बेहद खतरनाक
- रात में खिड़की-दरवाजे बंद होने से गैस रिसाव घातक स्तर तक पहुंच सकता है
- स्विच ऑन करने से पहले वेंटिलेशन जरूरी
- गैस रिसाव की स्थिति में मुख्य बिजली कनेक्शन बंद करें, माचिस या लाइटर न जलाएं
क्या हो आगे की कार्रवाई?
- क्षेत्रीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना
- घायलों को मुआवजा और आवश्यक राहत सामग्री
- जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट उच्च स्तर पर सौंपी जाएगी
“LPG गैस लीकेज के समय क्या करें और क्या न करें”
इसे आप अपने न्यूज़ पोर्टल में आर्टिकल के साथ साइडबार, पॉपअप अलर्ट या सोशल मीडिया कार्ड की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं:
क्या करें (DOs):
- खिड़की-दरवाजे खोलें – सबसे पहले वेंटिलेशन बनाएं ताकि गैस बाहर निकल सके।
- LPG रेगुलेटर बंद करें – सिलेंडर का वाल्व तुरंत बंद करें।
- घर के सभी बिजली उपकरण बंद करें – मेन स्विच को ऑफ करें।
- घर के सभी लोगों को बाहर निकालें – फौरन बाहर सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- गैस कंपनी या फायर सर्विस को कॉल करें –
- Gas Emergency: 1906
- Fire Brigade: 101
क्या न करें (DON’Ts):
- स्विच ऑन/ऑफ न करें – स्पार्किंग से आग लग सकती है।
- लाइटर या माचिस न जलाएं – किसी भी हालत में आग न लगाएं।
- फोन का इस्तेमाल न करें – घर के अंदर कॉलिंग से भी स्पार्क हो सकता है।
- खाना पकाने की कोशिश न करें – जब तक पूरी तरह सुरक्षित न हो जाए।
- पैनिक न करें – शांत रहें और सभी को निर्देशित करें।
सावधानी ही सुरक्षा है
LPG एक सुविधाजनक लेकिन संवेदनशील ईंधन है। सही व्यवहार और सतर्कता आपकी और आपके परिवार की जान बचा सकती है।