देहरादून, 28 सितंबर 2025
राजधानी देहरादून के राजपुर क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक व्यक्ति ने अपने दोस्त पर फायरिंग कर दी क्योंकि दोस्त ने उससे लिया 15.35 लाख रुपये वापस नहीं किया था। रुपये न मिलने के कारण आरोपी की बहन की शादी टूट गई थी। पुलिस ने इस मामले में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से पिस्टल, कारतूस और कार भी बरामद की है।
घटना कैसे हुई?
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के अनुसार, 24 सितंबर को अमान चौधरी, निवासी कल्याणपुर, तहसील बुढाना, थाना रतनपुरी, जनपद मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश), ने राजपुर थाने में तहरीर दी थी कि वाटिका सोसायटी, मसूरी रोड के पास अज्ञात कार सवार व्यक्तियों ने उस पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग की।
राजपुर पुलिस ने इस मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने खंगाले 250 सीसीटीवी फुटेज
मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष राजपुर शैंकी कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल और आसपास के इलाकों – मसूरी रोड, सिनोला रोड, मसूरी डायवर्जन, कैनाल रोड – में लगे करीब 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
सूचना और तकनीकी सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने 27 सितंबर को बड़ा मोड़, ओल्ड मसूरी रोड के पास से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी और बरामदगी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई:
- आसिफ कुरैशी उर्फ आशु उर्फ वाशिद, निवासी नया नगर, निकट इनामुला बिल्डिंग।
- शुभम सती, निवासी ग्राम माडखी, जनपद चमोली, वर्तमान निवासी अमन विहार रायपुर।
- शाहरुख हुसैन, निवासी मानसिंह वाला, डालनवाला।
पुलिस ने इनके पास से घटना में इस्तेमाल पिस्टल, कारतूस और वरना कार बरामद की। वहीं चौथा आरोपी सोहेल अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
रुपये न मिलने से टूटी बहन की शादी
पूछताछ में मुख्य आरोपी आसिफ कुरैशी ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि करीब एक साल पहले उसने अमान चौधरी को 15.35 लाख रुपये उधार दिए थे। कई बार मांगने के बावजूद अमान ने रकम वापस नहीं की।
समय पर पैसे न मिलने की वजह से आसिफ की बहन की शादी टूट गई। इसी नाराजगी में उसने अपने साथियों शुभम, शाहरुख और सोहेल के साथ मिलकर अमान चौधरी को सबक सिखाने की योजना बनाई।
कैसे हुआ हमला?
21 सितंबर की रात अमान चौधरी अपनी थार गाड़ी से सिनोला तिराहे की ओर जा रहा था। तभी आरोपियों ने अपनी कार से उसका पीछा किया और गाड़ी रोककर हमला करने की कोशिश की।
आरोपी शुभम सती ने पिस्टल से अमान पर फायर किया, लेकिन गोली चूक गई। मौका पाकर अमान वहां से भाग निकला और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
निष्कर्ष
देहरादून में हुआ यह अपराध न सिर्फ आपसी रिश्तों में पैसों की दरार को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि आर्थिक विवाद किस हद तक हिंसक रूप ले सकते हैं। पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़कर बड़ी सफलता हासिल की है, जबकि चौथा आरोपी अभी फरार है। मामले की आगे की जांच जारी है।