रिपोर्ट: देहरादून | अपडेट: 27 जून 2025
देहरादून-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर भीषण जाम की चपेट में आ गया। शुक्रवार सुबह मोहंड के समीप एक कंटेनर के पलटने से करीब छह किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिससे सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंसे रह गए। कंटेनर में कारें लदी थीं और यह सहारनपुर से देहरादून की ओर आ रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
मोहंड के पास मोड़ पर कंटेनर संतुलन खोकर बीच सड़क पर फंस गया, जिससे वह न आगे बढ़ सका, न पीछे। देखते ही देखते दोनों दिशाओं से वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। कंटेनर पूरी तरह से सड़क को जाम कर चुका था।
जाम की लंबाई:
- देहरादून की ओर: आशारोड़ी से डाट काली मंदिर तक
- यूपी की ओर: मोहंड से सहारनपुर मार्ग तक
पुलिस प्रशासन भी फंसा, दो घंटे की मशक्कत के बाद खुला जाम
CO ट्रैफिक जगदीश चंद और थानाध्यक्ष मोहन सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन हालात इतने खराब थे कि देहरादून से आई पुलिस की गाड़ियां भी जाम में फंस गईं। डाट काली मंदिर के पास पुलिस वाहन रुक गए। तत्काल यूपी पुलिस से संपर्क कर संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
- क्रेन की मदद से कंटेनर को हटाया गया
- करीब दो घंटे बाद जाम खुल पाया, लेकिन वाहनों की लंबी कतार के चलते ट्रैफिक सामान्य होने में एक और घंटा लगा
- कई वाहन चालक 2 से 3 घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंच पाए
क्यों बार-बार जाम में फंस रहा है मोहंड-आशारोड़ी मार्ग?
पिछले एक सप्ताह में तीन से अधिक बड़ी घटनाएं इसी क्षेत्र में हो चुकी हैं:
- भारी वाहन खराब होना
- ट्रक में आग लगना
- सड़कों पर पलटने की घटनाएं
चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन के चलते हर दिन बाहरी राज्यों से हजारों वाहन उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में हाईवे पर यातायात दबाव चरम पर है।
स्थानीय प्रशासन द्वारा अक्सर डाट काली मंदिर के पास भारी वाहनों को रोका जाता है, जिससे सड़क पर यातायात बाधित होता है।
समाधान की जरूरत, नहीं तो हर सप्ताह दोहराएगा ये मंजर
लगातार हो रही घटनाएं यह सवाल उठा रही हैं कि:
- क्या हाईवे प्रबंधन और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं है?
- क्या मोहंड जैसी संवेदनशील जगहों पर प्री-अलर्ट और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था होनी चाहिए?
Samachar India News की अपील:
यदि आप इस मार्ग से यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो मौसम और ट्रैफिक अपडेट जरूर चेक करें, वैकल्पिक मार्ग चुनें और सुबह या देर रात यात्रा से बचें।