देहरादून, 18 अगस्त 2025।
फेसबुक अब सिर्फ सोशल नेटवर्किंग का प्लेटफॉर्म नहीं रह गया है। यह साइबर ठगों के लिए भी एक बड़ा जरिया बन गया है, जहां वे नकली प्रोफाइल, लुभावने ऑफर और वीडियो कॉलिंग के जरिए लोगों को फंसा कर लाखों रुपये ठग रहे हैं। देहरादून में ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
फर्जी प्रोफाइल से दोस्ती और ठगी
साइबर ठग सबसे पहले फेसबुक पर महिलाओं की फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं। आकर्षक तस्वीरों और झूठी जानकारियों से भरे ये अकाउंट पुरुषों को आसानी से झांसे में ले लेते हैं।
कई बार ठग खुद को विदेशी नागरिक बताकर दोस्ती करते हैं और फिर गिफ्ट भेजने का वादा करते हैं। गिफ्ट कस्टम में फंसने या टैक्स भरने के नाम पर लोगों से हजारों-लाखों रुपये ऐंठ लिए जाते हैं।
अधिकारियों और ब्रांड्स के नाम पर भी जालसाजी
कुछ मामलों में साइबर ठग अधिकारियों की फोटो लगाकर उनके नाम से फर्जी प्रोफाइल बना लेते हैं और परिचितों से मैसेंजर पर रुपये मांगते हैं।
वहीं कई ठग फेसबुक पर लुभावने ऑफर और स्कीमें डालते हैं। ब्रांडेड सामान बेहद सस्ती कीमत पर बेचने का दावा करते हैं। जैसे ही लोग पैसे भेजते हैं, ठग गायब हो जाते हैं।
निवेश और नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी
नकली लिंक और स्कीमों के जरिए ठग लोगों को मोटा मुनाफा, लोन मंजूरी या नौकरी के ऑफर का लालच देते हैं।
- केस स्टडी 1: योगेंद्र रावत, निवासी कोटद्वार, वर्तमान में कुवैत में कार्यरत, फेसबुक लिंक के जरिए एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े। उनसे विभिन्न तिथियों में 30.54 लाख रुपये की ठगी की गई।
- केस स्टडी 2: सुधीर गोयल, निवासी चमन विहार, एक विज्ञापन देखकर लिंक पर क्लिक कर ग्रुप में जुड़े। निवेश के नाम पर उनसे 23.65 लाख रुपये हड़प लिए गए।
वीडियो कॉल ब्लैकमेलिंग का नया तरीका
ठग अब फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर वीडियो कॉलिंग के जरिए भी लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।
- केस स्टडी 3: नेहरूग्राम निवासी एक व्यक्ति को फेसबुक पर युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। चैटिंग के बाद 28 मार्च की रात युवती ने वीडियो कॉल किया। कॉल उठाते ही वह अर्धनग्न अवस्था में दिखाई दी। थोड़ी देर बाद पीड़ित के पास अश्लील वीडियो भेजा गया और ब्लैकमेलिंग शुरू हो गई।
पुलिस की चेतावनी और अपील
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि फेसबुक पर ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि—
- किसी अनजान व्यक्ति से दोस्ती न करें।
- किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
- गिफ्ट, लॉटरी और ऑफर के नाम पर मांगे गए पैसों से सावधान रहें।
पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है और अपील कर रही है कि ऐसे मामलों में शिकायत जरूर दर्ज कराएं।
बचाव का सबसे आसान तरीका – सावधानी
विशेषज्ञों का कहना है कि साइबर अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है सतर्क रहना।
- फेसबुक की प्राइवेसी सेटिंग्स मजबूत करें।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।
- समय-समय पर पासवर्ड बदलें।
- अनजान लिंक और वीडियो कॉल से दूरी बनाए रखें।