तारीख: 15 अक्टूबर 2025 | स्थान: हरिद्वार, उत्तराखंड
हरिद्वार में मंगलवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया। मेरठ डिपो की एक रोडवेज बस निर्माणाधीन नेशनल हाईवे पर खड़ी क्रेन से जा टकराई, जिससे बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसा इतना भयानक था कि बस में सवार यात्री अंदर फंस गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
बढ़ेड़ी राजपूतान गांव के पास हुआ हादसा
यह हादसा बहादराबाद थाना क्षेत्र के बढ़ेड़ी राजपूतान गांव के पास रात करीब 10 बजे हुआ। बस हरिद्वार से रुड़की की ओर जा रही थी, तभी अचानक सड़क किनारे खड़ी क्रेन दिखाई नहीं दी और तेज रफ्तार बस उससे टकरा गई। टक्कर की आवाज सुनते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य शुरू कर दिया।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने चलाया बचाव अभियान
हादसे की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी अंकुर शर्मा और शांतरशाह चौकी प्रभारी उमेश कुमार लोधी पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया।
कई यात्री बस के भीतर फंसे हुए थे, जिन्हें ग्रामीणों और पुलिस ने मिलकर बाहर निकाला। बस चालक के पैर फंस जाने के कारण उसे खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया।
तीन यात्री गंभीर रूप से घायल
इस दर्दनाक हादसे में करीब छह लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल भिजवाया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
शांतरशाह चौकी प्रभारी उमेश कुमार लोधी ने बताया कि हादसे में घायल यात्रियों की पहचान की जा रही है और परिजनों को सूचित किया जा रहा है।
बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त
टक्कर इतनी जोरदार थी कि रोडवेज बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। बस के शीशे टूट गए और इंजन का हिस्सा बुरी तरह मुड़ गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बस और क्रेन को हटवाया, जिससे यातायात दोबारा सुचारु कराया जा सका।
हादसे का कारण जांच के अधीन
पुलिस के अनुसार, हादसे का कारण रात का धुंधलापन और क्रेन का बिना संकेत के सड़क किनारे खड़ा होना बताया जा रहा है। हालांकि, हादसे के सही कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस ने क्रेन चालक की तलाश शुरू कर दी है और मामले की जांच जारी है।
निष्कर्ष
हरिद्वार-रुड़की हाईवे पर हुआ यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। निर्माणाधीन सड़कों पर खड़ी भारी मशीनें और रात के समय अपर्याप्त संकेत कई बार ऐसे हादसों को जन्म देते हैं।
प्रशासन ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए घटना की जांच के निर्देश दिए हैं।