BREAKING

IMA POP Dehradun 2025: जब भावुक हो उठे श्रीलंका के सेना प्रमुख, बोले- ‘यह वर्दी सिर्फ रैंक नहीं, जीवनशैली है’

देहरादून | तस्वीरों में देखें अनुशासन, गर्व और परंपरा का ऐतिहासिक संगम


भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) देहरादून की 156वीं पासिंग आउट परेड (POP) शनिवार को एक ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी, जब श्रीलंका के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल लासांथा रोड्रिगो ने बतौर मुख्य अतिथि परेड की सलामी ली। यही नहीं, जब उन्होंने 35 साल पुराने अपने कैडेट दिनों की यादें साझा कीं, तो खुद को भावुक होने से नहीं रोक पाए।

“1990 में इसी चैटवुड बिल्डिंग के सामने मैंने अंतिम पग भरा था। आज उसी जगह मुख्य अतिथि के रूप में लौटना मेरे लिए गर्व और भावुकता से भरा क्षण है।” – लेफ्टिनेंट जनरल लासांथा रोड्रिगो


IMA से सेना प्रमुख तक का सफर: 35 साल बाद लौटे उस ऐतिहासिक धरती पर

लेफ्टिनेंट जनरल रोड्रिगो ने कहा कि उन्होंने एक सामान्य बाल कटवाने की परंपरा से इस सैन्य जीवन की शुरुआत की थी, और अब वे अपने देश की सेना का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने आईएमए के योगदान को नमन करते हुए कहा कि यहां से पासआउट होने वाले विदेशी कैडेट्स, इस संस्थान के मूल्यों के वैश्विक दूत हैं।


परेड की भव्यता और सैन्य शौर्य का प्रदर्शन

156वें नियमित कोर्स, 45वें तकनीकी प्रवेश योजना और 139वें तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम के 451 ऑफिसर कैडेट्स, जिसमें 9 मित्र राष्ट्रों के 32 कैडेट्स भी शामिल थे, ने आज IMA से विदाई ली। इन सभी ने ड्रिल स्क्वायर पर अनुशासन और सैन्य परंपराओं का अद्वितीय प्रदर्शन किया।


सम्मान, प्रेरणा और सैन्य संस्कृति की सीख

अपने संबोधन में श्रीलंका सेना प्रमुख ने कहा:

“यह वर्दी केवल एक रैंक नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवन शैली है। एक सच्चा अधिकारी अपने आचरण, निर्णयों और नैतिकता से सम्मान अर्जित करता है।”

उन्होंने IMA के आदर्श वाक्य का उल्लेख करते हुए कैडेट्स को तीन मूलभूत जिम्मेदारियों की याद दिलाई – चरित्र, कर्तव्य और सम्मान।

संबोधन के अंत में उन्होंने भारत के सैन्य नायक फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के शब्दों को उद्धृत किया:

“Be truthful, be honest, be fearless.”
उन्होंने कहा कि ये शब्द आज भी उनके जीवन में प्रेरणा का स्रोत हैं।


पुरस्कारों की सूची: श्रेष्ठता को सलाम

  • स्वॉर्ड ऑफ ऑनर – एकेडमी कैडेट एडजुटेंट अन्नी नेहरा

  • गोल्ड मेडल (मेरिट सूची में प्रथम) – एकेडमी अंडर ऑफिसर रोनित रंजन नायक

  • सिल्वर मेडल (द्वितीय) – अन्नी नेहरा

  • ब्रॉन्ज मेडल (तृतीय) – बटालियन अंडर ऑफिसर अनुराग वर्मा

  • तकनीकी स्नातक कोर्स में प्रथम स्थान – सार्जेंट आकाश भदौरिया

  • टीईएस 45 में प्रथम स्थान – विंग कैडेट क्वार्टर मास्टर कपिल

  • विदेशी कैडेट में प्रथम स्थान – ऑफिसर कैडेट निशान बलामी (नेपाल)

  • COAS बैनरकेरन कंपनी (स्प्रिंग टर्म 2025 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन)

 


फोटो गैलरी में देखें IMA POP 2025 के वो पल जब अनुशासन, गौरव और सैन्य परंपरा एक साथ कदमताल करते दिखे।


विशेष टिप्पणी:

IMA की हर पासिंग आउट परेड भारत की सैन्य परंपराओं और अनुशासन का जीवंत उदाहरण होती है, लेकिन जब उसका नेतृत्व कोई पूर्व कैडेट करे, जो आज एक देश की सेना का प्रमुख है—तो वह पल इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *