ऋषिकेश/देहरादून – सावन में शिवभक्तों की आस्था का महाकुंभ — कांवड़ मेला — अब कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के घेरे में होगा। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पुलिस प्रशासन ने इसे लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) वी. मुरुगेशन ने देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों के पुलिस अधिकारियों को आपसी समन्वय, शांति व्यवस्था, और भीड़ नियंत्रण को लेकर साफ-साफ निर्देश दिए हैं।
एडीजी की दो टूक – “अब केवल ड्यूटी नहीं, यह भोलेनाथ की सेवा है”
गुरुवार को ऋषिकेश में आयोजित पुलिस ब्रिफिंग बैठक में एडीजी मुरुगेशन ने हर रैंक के अधिकारियों — सिपाही से लेकर सीओ तक — से सीधे संवाद किया।
उन्होंने कहा:
“आप सबकी ड्यूटी सिर्फ प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, आस्था से जुड़ी सेवा भी है। कांवड़ियों की सुरक्षा, सुविधा और श्रद्धा – इन तीनों का सम्मान होना चाहिए।”
एक CO स्तर के अधिकारी से जब एडीजी ने पूछा, “आपकी कांवड़ ड्यूटी किसने लगाई?”
अधिकारी ने जवाब दिया – “भोलेनाथ ने।”
इस पर एडीजी बोले – “यही सुनना चाहता था, इसी भाव से करें सेवा।”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा सतर्कता स्तर, भीड़ में छिपे संदिग्धों पर खास नजर
एडीजी ने चेतावनी दी कि बड़े धार्मिक आयोजन असामाजिक तत्वों के निशाने पर होते हैं।
- कांवड़िये के भेष में कोई संदिग्ध गतिविधि न हो – इस पर विशेष निगरानी रखें।
- नीलकंठ जाने वाले पैदल मार्ग और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में तेज रेस्पॉन्स जरूरी है।
- विवाद की स्थिति में पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचना होगा।
रामझूला पुल पर 24×7 पुलिस तैनाती, सेल्फी पर रोक
आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने आदेश दिए:
- रामझूला पुल पर चौबीसों घंटे पुलिस बल की तैनाती रहेगी।
- पुल की स्थिति को देखते हुए अधिक भीड़ नहीं भेजी जाएगी।
- सेल्फी खींचने वालों को रोका जाएगा, ताकि कोई हादसा न हो।
थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला को पुल की निगरानी की सीधी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यातायात और व्यवस्था पर विशेष फोकस
- ट्रैफिक प्लान के अनुसार ही वाहन संचालन हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है।
- कांवड़ मार्ग पर दुकानदारों से संपर्क में रहने, तथा स्थानीय सहयोग से यातायात नियंत्रित करने पर बल दिया गया।
- किसी भी रास्ते पर भीड़ न रुके, चलायमान व्यवस्था बनी रहे।
तीनों जिलों की पुलिस में बनेगा समन्वय तंत्र
देहरादून, टिहरी और पौड़ी — तीनों जिलों की पुलिस को आपसी तालमेल से काम करने को कहा गया है ताकि कोई भी सुरक्षा चूक न हो।
बैठक में शामिल वरिष्ठ अधिकारी:
- SSP देहरादून अजय सिंह
- SP टिहरी आयुष अग्रवाल, SP पौड़ी लोकेश्वर सिंह
- SP ऋषिकेश जया बलूनी, CO संदीप नेगी, और अन्य थानाध्यक्ष
निष्कर्ष: शिवभक्ति में जुटे कदम, सुरक्षा में जुटा सिस्टम
कांवड़ मेला सिर्फ आस्था का आयोजन नहीं, प्रशासनिक कुशलता की परीक्षा भी है।
ADG मुरुगेशन और IG स्वरूप की ब्रीफिंग से स्पष्ट है — सुरक्षा कोई समझौता नहीं, प्राथमिकता है।
अब देखना है, पुलिस का यह संकल्प — क्या इस यात्रा को निर्विघ्न बना पाएगा?


