स्थान: केदारनाथ धाम, उत्तराखंड | रिपोर्ट तिथि: 23 जून 2025
केदारनाथ धाम के लिए श्रद्धालुओं को ले जा रही हेली सेवा का पहला चरण अब मौसम की मार और तकनीकी घटनाओं के चलते समाप्त हो गया है। 17 से 21 जून तक लगातार खराब मौसम और एक दर्दनाक हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद, सभी हेली कंपनियों ने रविवार को केदारघाटी से वापसी कर ली है। अब ये सेवाएं सितंबर में मानसून समाप्त होने के बाद ही दोबारा शुरू होंगी।
2 मई से शुरू हुआ था हेली सेवा संचालन
केदारनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत 2 मई से हुई थी। इस बार नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कुल 8 हेली कंपनियों के 9 हेलिकॉप्टरों को उड़ानों की अनुमति दी थी। लेकिन यात्रा का पहला चरण उतार-चढ़ाव और अनिश्चितताओं से भरपूर रहा।
हजारों टिकट रद्द, करोड़ों का नुकसान
- 13,304 टिकट रद्द किए गए
- कुल 8.65 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हेली कंपनियों को झेलना पड़ा
- 2 से 16 मई के बीच सिर्फ मौसम और भारत-पाक संबंधों में तनाव के कारण 1,638 टिकट रद्द हुए
हादसे और आपात लैंडिंग ने बढ़ाई चिंता
7 जून – इमरजेंसी लैंडिंग:
क्रिस्टल कंपनी के एक हेलिकॉप्टर ने बडासू हेलिपैड से उड़ान भरते वक्त रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर आपात लैंडिंग की। इसके बाद DGCA ने सभी कंपनियों के दफ्तरों का निरीक्षण किया और उड़ानों की संख्या सीमित कर दी।
15 जून – भीषण हादसा:
आर्यन हेली कंपनी का हेलिकॉप्टर, जो केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा था, गौरी माई खर्क में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
- 7 लोगों की मौत, जिनमें पायलट भी शामिल था
- कारण: घना कोहरा और खराब मौसम
- हादसे के बाद DGCA ने हेलिकॉप्टर सेवाएं दो दिन के लिए बंद कर दीं
जांच और सख्त कार्रवाई
- DGCA ने ट्रांस भारत के दो पायलटों के लाइसेंस 6 महीने के लिए निलंबित किए
- आर्यन कंपनी के प्रबंधन से लंबी पूछताछ
- राजस्व विभाग ने एफआईआर दर्ज की
- हादसे के बाद यात्रियों में भय और असंतोष का माहौल बना
17 से 21 जून – खराब मौसम बना बाधा
लगातार 5 दिन तक खराब मौसम के कारण कोई भी हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया।
श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी और गुप्तकाशी व फाटा में कई यात्री फंसे रहे।
अब सितंबर में फिर से शुरू होंगी सेवाएं
केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने पुष्टि की है कि:
“सभी हेली कंपनियों के हेलिकॉप्टर केदारघाटी से लौट चुके हैं। मानसून के कारण उड़ानें बंद कर दी गई हैं और अब सितंबर में ही हेली सेवा का तीसरा चरण शुरू होगा।”
महत्वपूर्ण जानकारी एक नजर में
बिंदु | विवरण |
---|---|
सेवा प्रारंभ | 2 मई 2025 |
संचालन कंपनियां | 8 कंपनियां, 9 हेलिकॉप्टर |
कुल रद्द टिकट | 13,304 |
नुकसान | ₹8.65 करोड़+ |
हादसे | 2 (1 इमरजेंसी लैंडिंग, 1 क्रैश) |
अगला चरण | सितंबर 2025 (मानसून के बाद) |
निष्कर्ष: सुधार की ज़रूरत
इस वर्ष का पहला चरण बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। हादसों और मौसम के प्रभाव ने श्रद्धालुओं की आस्था को झटका जरूर दिया है, लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि सितंबर में शुरू होने वाला तीसरा चरण अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित होगा।
वहीं, हेली कंपनियों के लिए यह एक चेतावनी है कि वे सुरक्षा मानकों में कोई ढील न बरतें, ताकि भविष्य की यात्राएं सुरक्षित और भरोसेमंद बन सकें।