तिथि: 29 नवंबर 2025
स्थान: शिवपुरी, ऋषिकेश (टिहरी जनपद), उत्तराखंड
बंजी जंपिंग के दौरान युवक के गिरने से मचा हड़कंप, प्रशासन सख्त
ऋषिकेश-शिवपुरी क्षेत्र में 12 नवंबर को हुए बंजी जंपिंग हादसे ने पूरे साहसिक पर्यटन क्षेत्र में चिंता की लहर पैदा कर दी है। द शिवपुरी थ्रिल फैक्ट्री में बंजी जंपिंग के दौरान रस्सी टूटने से एक युवक सीधे छत पर गिर गया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन और पर्यटन विभाग तत्काल हरकत में आ गए।
IIT रुड़की के विशेषज्ञों समेत संयुक्त टीम का सुरक्षा निरीक्षण
हादसे के बाद एसडीएम नरेंद्रनगर आशीष घिल्डियाल की अगुवाई में विभिन्न विभागों की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया।
इस टीम में शामिल थे:
- IIT रुड़की के सुरक्षा विशेषज्ञ
- जिला पर्यटन अधिकारी टिहरी एस.एस. राणा
- लोक निर्माण विभाग के अधिकारी
- साहसिक पर्यटन विभाग
- जिला विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि
संयुक्त टीम ने शिवपुरी क्षेत्र के चार बंजी जंपिंग केंद्रों का विस्तृत सुरक्षा निरीक्षण किया, जिसमें रस्सियों की गुणवत्ता, सुरक्षा उपकरण, प्रशिक्षकों की दक्षता और संपूर्ण संचालन प्रक्रियाओं की जांच की गई।
द शिवपुरी थ्रिल फैक्ट्री में सभी गतिविधियां बंद
हादसा जिस केंद्र — द शिवपुरी थ्रिल फैक्ट्री — में हुआ, वहां पर बंजी जंपिंग सहित सभी साहसिक गतिविधियों पर रोक जारी है।
पर्यटन विभाग ने इस केंद्र का विस्तृत सेफ्टी ऑडिट करवाने के आदेश जारी किए हैं। रिपोर्ट आने तक केंद्र को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
घायल युवक एम्स में भर्ती, प्रशासन लगातार संपर्क में
जंपिंग के दौरान गिरी हुई रस्सी के कारण युवक सीधे छत पर जा गिरा था।
वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद उसे तुरंत एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है और उसकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
पूरे क्षेत्र के केंद्रों की सुरक्षा होगी मजबूत
घटना के बाद पर्यटन विभाग ने यह भी निर्देश दिया कि सिर्फ एक केंद्र ही नहीं बल्कि शिवपुरी क्षेत्र के सभी बंजी जंपिंग और साहसिक गतिविधियों के केंद्रों का सुरक्षा परीक्षण किया जाए।
इसके लिए व्यापक ऑडिट शुरू किया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
निरीक्षण रिपोर्ट जल्द जाएगी शासन के पास
एसडीएम आशीष घिल्डियाल ने बताया कि चार केंद्रों का निरीक्षण पूरा हो गया है।
अब विभागीय टीमें और IIT विशेषज्ञ अपनी-अपनी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
इन रिपोर्टों को संकलित कर शासन को भेजा जाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
निष्कर्ष: तेजी से बढ़ रहे साहसिक पर्यटन में सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
शिवपुरी में हुआ यह हादसा एक बड़ा संकेत है कि जितनी तेजी से साहसिक पर्यटन बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से सुरक्षा के मानकों को भी दुरुस्त करने की जरूरत है।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और विशेषज्ञों का हस्तक्षेप यह दिखाता है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
पर्यटन उद्योग की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए सुरक्षा मानकों पर कड़ाई जरूरी है — और यह जांच उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


