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UKSSSC पेपर लीक: सीएम धामी ने की सीबीआई जांच की संस्तुति, छात्रों पर दर्ज मुकदमे होंगे वापस, आठवें दिन खत्म हुआ धरना

 

देहरादून, 29 सितंबर 2025

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की 21 सितंबर को आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण ने पूरे राज्य को हिला दिया। हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र के तीन पन्ने वायरल होने के बाद छात्रों ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर देहरादून के परेड ग्राउंड में आठ दिन तक धरना जारी रखा।

सोमवार को अचानक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे और सीबीआई जांच की संस्तुति के साथ-साथ छात्रों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का ऐलान किया। इसके बाद छात्रों ने अपना धरना स्थगित करने की घोषणा कर दी।


कैसे सामने आया पेपर लीक मामला

21 सितंबर को हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा में 416 पदों के लिए 1,05,803 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। उसी दिन परीक्षा के दौरान हरिद्वार स्थित एक केंद्र से प्रश्न पत्र के तीन पन्ने बाहर निकलकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।

युवाओं ने तुरंत इसे पेपर लीक करार देते हुए परीक्षा को संदिग्ध बताया और सीबीआई जांच की मांग शुरू कर दी। सरकार ने शुरुआत में SIT का गठन किया, लेकिन छात्रों ने इसे पर्याप्त नहीं मानते हुए आंदोलन जारी रखा।


परेड ग्राउंड में सीएम धामी का अचानक पहुंचना

सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बिना किसी पूर्व सूचना के परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने युवाओं से संवाद करते हुए कहा:

“आप सभी इतनी गर्मी और त्योहारी सीजन में यहां बैठे हैं, तो मैं भी आपके दर्द को महसूस कर रहा था। इसलिए कार्यालय बुलाने की बजाय खुद आपके बीच आया हूं।”

उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो और युवाओं के सपनों के साथ कोई समझौता न हो।


सीबीआई जांच और मुकदमे वापसी का ऐलान

सीएम धामी ने धरनास्थल पर ही घोषणा की—

  • स्नातक स्तरीय परीक्षा की सीबीआई जांच की संस्तुति की जाएगी।
  • आंदोलन के दौरान छात्रों पर दर्ज सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे।
  • SIT की रिपोर्ट भी जल्द ही सार्वजनिक होगी, जिसके आधार पर परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया जा सकता है।

छात्रों के लिए भावुक अपील

सीएम ने युवाओं से कहा कि वो खुद जानते हैं, उत्तराखंड का हर छात्र सरकारी नौकरी की तैयारी करता है और इसी पर अपने सपने गढ़ता है। उन्होंने कहा कि वे भी छात्र जीवन में ऐसी परिस्थितियों से गुजरे हैं और युवाओं की पीड़ा को समझते हैं।


छात्र संगठनों का फैसला

सीएम की घोषणा के बाद बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल ने धरना स्थगित करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि फिलहाल कुछ दिनों के लिए आंदोलन स्थगित किया जा रहा है, लेकिन यदि जांच में देरी हुई या पारदर्शिता पर सवाल उठे तो आंदोलन फिर से शुरू होगा।


निष्कर्ष

UKSSSC पेपर लीक मामले में सीएम धामी का सीबीआई जांच की संस्तुति और मुकदमे वापसी का ऐलान छात्रों के लिए राहत लेकर आया है। हालांकि, युवाओं ने साफ किया है कि असली विश्वास तभी लौटेगा जब दोषियों को कठोर सजा मिलेगी और परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष बनाया जाएगा।

 

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