देहरादून, 3 अक्टूबर 2025
पेपर लीक कांड ने बढ़ाई सियासी गर्मी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर सीएम आवास कूच कर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह पार्टी मुख्यालय में एकत्र हुए। हाथों में बैनर और पोस्टर लिए ये कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने निकले। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और भ्रष्टाचार पर आंख मूंदे बैठी है।
हाईकोर्ट जज की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग
प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि इस पेपर लीक प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए, ताकि जांच पारदर्शी और निष्पक्ष हो। उनका कहना है कि वर्तमान में चल रही जांच पर युवाओं और अभ्यर्थियों को भरोसा नहीं है।
आयोग अध्यक्ष की बर्खास्तगी पर अड़ी कांग्रेस
कांग्रेस ने साफ कहा कि जब तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष को बर्खास्त नहीं किया जाता, तब तक इस मामले में निष्पक्षता की उम्मीद नहीं की जा सकती। पार्टी ने मांग की कि परीक्षा रद्द कर नई तिथि घोषित की जाए ताकि अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके।
पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था
सीएम आवास कूच को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। कई जगहों पर बैरिकेडिंग की गई और पुलिस बल की तैनाती की गई। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस की घेराबंदी के बावजूद अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया।
युवाओं के भविष्य का सवाल
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पेपर लीक ने हजारों युवाओं के सपनों को तोड़ा है। लगातार परीक्षाओं में गड़बड़ी और लापरवाही से बेरोजगारों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पार्टी का आरोप है कि सरकार दोषियों को बचा रही है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही।
निष्कर्ष
पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस का यह सीएम आवास कूच साफ करता है कि मामला केवल परीक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह युवाओं के भविष्य और सरकार की साख से जुड़ चुका है। कांग्रेस जहां आयोग अध्यक्ष की बर्खास्तगी और सीबीआई जांच की मांग पर अड़ी है, वहीं सरकार पर अब दबाव बढ़ रहा है कि वह पारदर्शी कार्रवाई करे।