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Uttarakhand: मानसून की तैयारियों को लेकर आयोजित कार्यशाला में पहुंचे सीएम धामी, सभी पहलुओं पर होगी चर्चा

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन पर सीएम धामी का बड़ा बयान: “आपदाओं को रोक नहीं सकते, लेकिन उनके प्रभाव को कम करना जरूरी”

स्थान: देहरादून | तारीख: 31 मई 2025
रिपोर्टर: [आपका नाम यहाँ]

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि आपदाओं को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन उनकी मारक क्षमता को कम करने के लिए पूर्व तैयारी बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को देहरादून में आयोजित राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन कार्यशाला में बोल रहे थे।

मानसून से पहले तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा प्रशासन

कार्यक्रम का आयोजन उत्तराखंड राज्य आपदा प्राधिकरण (USDMA) द्वारा किया गया था, जिसमें विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषज्ञों और प्रशासनिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा,

“हम आपदाओं को रोकने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन उनके प्रभाव को कम करने के लिए हमें संगठित प्रयास करने होंगे। प्रशासन मानसून से पहले सभी जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है।”

कार्यशाला में की गई व्यापक चर्चा

इस एक दिवसीय कार्यशाला में आपदा पूर्व तैयारी, राहत और बचाव कार्यों की रणनीति, इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती और जनसहभागिता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। सीएम धामी ने कहा कि कार्यशाला के निष्कर्षों के आधार पर ठोस कार्रवाई की जाएगी और नीति निर्माण में इन सुझावों को शामिल किया जाएगा।

सुरक्षित उत्तराखंड के लिए साझा प्रयासों पर जोर

सीएम धामी ने अधिकारियों से कहा कि वह जमीनी स्तर पर तैयारियों की समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी कमजोर कड़ी आपदा के समय संकट का कारण न बने। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक और संसाधनों का उपयोग कर रही है।


निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मानसून सीजन नजदीक है और राज्य के कई इलाके भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं से प्रभावित रहते हैं। इस कार्यशाला को राज्य की आपदा प्रबंधन नीति में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।

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