देहरादून, 5 सितंबर 2025
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आने वाला दशक राज्य की तरक्की का होगा और इस विकास यात्रा की असली संवाहक मातृशक्ति बनेगी। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण से लेकर आज तक महिलाओं का योगदान हमेशा अग्रणी रहा है।
महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण पर जोर
राजभवन में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में सीएम धामी ने कहा कि सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है। इसके सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। हाल ही में राज्य में मातृ मृत्यु दर में कमी आई है, जो महिलाओं की बेहतरी के प्रयासों का प्रमाण है।
सीएम ने याद दिलाया कि राज्य आंदोलन के दौरान भी महिलाएं अग्रिम पंक्ति में थीं और आज भी स्वयं सहायता समूहों के जरिए उच्च गुणवत्ता के उत्पाद तैयार कर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही हैं।
पीएम मोदी का विज़न और उत्तराखंड
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदारनाथ से यह कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। यह लक्ष्य तभी संभव है जब मातृशक्ति सक्रिय रूप से इसमें भागीदारी निभाए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं कौशल, लगन और परिश्रम से भरी हुई हैं और यही राज्य की प्रगति को नई दिशा देगा।
शिक्षा और सुधार की नई पहल
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। नकल कानून को सख्त करने का सीधा फायदा यह हुआ है कि अब तक 25 हजार युवाओं को नौकरी मिल चुकी है।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक शिक्षा सुधार के लिए नया विधेयक लाया गया है। इसके तहत एक जुलाई 2026 से ऐसे शिक्षण संस्थान जो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाएंगे, उन्हें बंद कर दिया जाएगा।
गुणवत्तापरक शिक्षा का लक्ष्य
सीएम धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य हर स्तर पर गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना है। शिक्षा का यह सुधार अभियान न केवल युवाओं को बेहतर अवसर देगा, बल्कि “सबको शिक्षा – सबको अधिकार” की अवधारणा को भी मजबूत करेगा।
मुख्यमंत्री का साफ संदेश है कि उत्तराखंड की विकास यात्रा में मातृशक्ति की भागीदारी सबसे अहम होगी। यही राज्य को प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप प्रगति की राह पर अग्रसर करेगी।