देहरादून, 13 सितंबर 2025
उत्तराखंड में आपदा राहत कार्यों को गति देने के बाद अब भाजपा सरकार और संगठन ने मिशन 2027 की तैयारी पर फोकस कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया दौरे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली पहुंचे, जहां मंत्रिमंडल विस्तार और संगठनात्मक फेरबदल को लेकर हलचल तेज हो गई है।
आपदा राहत के बाद राजनीतिक रणनीति
वर्षाकाल में लगातार आई आपदाओं ने सरकार की चुनौतियां बढ़ा दी थीं। उत्तरकाशी के धराली और चमोली जिले के थराली में जल प्रलय से भारी तबाही हुई। वहीं पौड़ी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ सहित कई जिले प्रभावित हुए। राहत कार्यों को संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं प्रदेश पहुंचे और आपदा पीड़ितों को आर्थिक सहायता के साथ ढांढस बंधाया।
अब सरकार का अगला एजेंडा विकास कार्यों को तेज करना और आगामी चुनावों की रणनीति को पुख्ता करना है।
नई कार्यकारिणी नवरात्र में
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश भाजपा की नई कार्यकारिणी का गठन नवरात्रों में किया जा सकता है। 16 सांगठनिक जिलों की कार्यकारिणी पहले ही घोषित की जा चुकी है, जबकि शेष तीन जिलों की घोषणा जल्द होगी। इस बार संगठनात्मक ढांचे में महिलाओं की भूमिका को और मजबूत किया जा रहा है।
मंत्रिमंडल में नए चेहरे और महिलाओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री धामी के मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल करने और कुछ पुराने मंत्रियों को संगठनात्मक जिम्मेदारियां देने की तैयारी है। चर्चा है कि इस विस्तार में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी, ताकि भाजपा संगठन और सरकार दोनों में मातृशक्ति की अहम भूमिका दिखाई दे।
हाईकमान की नजर मिशन 2027 पर
पार्टी हाईकमान की रणनीति साफ है—आगामी विधानसभा चुनाव 2027 को ध्यान में रखकर सरकार और संगठन दोनों को नई ऊर्जा के साथ तैयार किया जाए। चर्चा है कि मंत्रिमंडल विस्तार नवरात्र में ही हो सकता है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि अंतिम फैसला दीपावली तक टल भी सकता है।
उत्तराखंड की राजनीति में यह फेरबदल न केवल सरकार की कार्यशैली में नए उत्साह का संचार करेगा, बल्कि मिशन 2027 के लिए भाजपा को मजबूत आधार भी प्रदान करेगा।