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Uttarakhand Crime: मानसिक रूप से कमजोर किशोरी से दुष्कर्म के बाद हत्या, पड़ोसी समेत पांच गिरफ्तार

स्थान – काशीपुर (उत्तराखंड) / मुरादाबाद (यूपी) | तिथि – 01 अक्टूबर 2025


पड़ोसियों ने रची खौफनाक साजिश

उत्तराखंड के काशीपुर में रहने वाली एक मानसिक रूप से कमजोर किशोरी के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। पड़ोस में रहने वाली महिला और उसके साथी किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए। आरोप है कि किशोरी से पहले दुष्कर्म किया गया और फिर घर लौटने की जिद करने पर उसकी हत्या कर दी गई।


मुरादाबाद में मिला था शव, हुई थी अज्ञात में अंत्येष्टि

किशोरी 10 सितंबर से लापता थी। 22 सितंबर को यूपी के मुरादाबाद जिले के कांठ थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक अज्ञात शव बरामद किया था। पहचान न होने पर शव का अंतिम संस्कार अज्ञात के रूप में कर दिया गया। बाद में उत्तराखंड पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि शव उसी किशोरी का था, जिसे पड़ोसियों ने गायब किया था।


गुमशुदगी की रिपोर्ट 29 सितंबर को दर्ज

बिजनौर मूल निवासी और फिलहाल काशीपुर के ग्राम कुंडा में रह रही पीड़िता की मां ने 29 सितंबर को कुंडा थाने में बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मां ने बताया कि उनकी 10 सितंबर को बेटी अचानक घर से गायब हो गई थी। वह मानसिक रूप से कमजोर थी और उसका इलाज चल रहा था।


पुलिस की जांच में खुला राज

एसएसपी मणिकांत मिश्रा के अनुसार पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और पड़ोसियों से पूछताछ की। संदेह की सुई ग्राम लालपुर निवासी इमरान और बिजनौर निवासी मीनाक्षी पर गई। हिरासत में लेने पर मीनाक्षी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि किशोरी को पहले काशीपुर में अपनी रिश्तेदार शीला के घर रखा गया और फिर मुरादाबाद ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। जब वह घर जाने पर अड़ी रही तो पकड़े जाने के डर से उसकी हत्या कर दी गई।


पांच आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में इमरान, मीनाक्षी और शीला के अलावा इस्लाम निवासी ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) व असगर उर्फ नन्हे निवासी डिलारी (मुरादाबाद) को भी गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी मजदूरी का काम करते थे और पीड़िता के घर के पड़ोस में ही रहते थे।


परिजनों को दिखाया कार्रवाई का डर

आरोपियों ने परिजनों को धमकाया कि वे किराये के मकान में रहते हैं और सत्यापन न होने के कारण पुलिस में शिकायत करेंगे तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ेगा। इस डर से परिवार ने कई दिन तक खुद ही बेटी की तलाश की। जब बेटी का कोई सुराग नहीं मिला, तब जाकर 29 सितंबर को पुलिस से शिकायत की।


बेटी को नहीं दे पाए अंतिम विदाई

किशोरी की हत्या 19 सितंबर को कर दी गई थी और शव 22 सितंबर को बरामद हुआ था। पहचान न हो पाने के कारण मुरादाबाद पुलिस ने अज्ञात में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। दुखद पहलू यह रहा कि मां-बाप अपनी बेटी को आखिरी बार देख भी नहीं पाए। बताया गया कि किशोरी के पिता परिवार को पहले ही छोड़ चुके थे और मां मजदूरी कर अपने चार बच्चों का पालन-पोषण कर रही थी।


निष्कर्ष

यह घटना उत्तराखंड और यूपी की पुलिस को झकझोर देने वाली है। एक मानसिक रूप से कमजोर किशोरी की मासूमियत को रौंदकर उसकी जान ले ली गई। फिलहाल पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। पीड़ित परिवार अब न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है।

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