देहरादून/गैरसैंण, 19 अगस्त 2025। उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से गैरसैंण में शुरू हो रहा है। सत्र के दौरान विपक्ष कांग्रेस आक्रामक तेवर में दिखेगी और पंचायत चुनाव, कानून व्यवस्था तथा आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है।
कांग्रेस की रणनीति बैठक
सोमवार देर शाम गैरसैंण में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि कांग्रेस विधायक पंचायत चुनाव में हुई धांधली, पार्टी कार्यकर्ताओं और निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों पर दर्ज मुकदमों, कानून व्यवस्था की स्थिति और आपदा प्रभावितों को राहत में कमी जैसे मुद्दों को जोरदार तरीके से सदन में उठाएंगे।
पंचायत चुनाव पर कांग्रेस का आक्रोश
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा सरकार ने लोकतंत्र की मूल भावना को आहत किया है। पार्टी विधायकों और पदाधिकारियों पर मुकदमे दर्ज किए गए। नैनीताल जिला पंचायत चुनाव, बेतालघाट और द्वाराहाट क्षेत्र में निर्वाचित प्रतिनिधियों को उत्पीड़न झेलना पड़ा।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि यह साफ हो गया कि सरकार पंचायत चुनाव से भयभीत थी। इसी कारण सत्ता पक्ष ने आंकड़ों और प्रशासनिक दबाव का सहारा लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास किया है, जिससे जनता के बीच गलत संदेश गया है।
आपदा प्रबंधन पर भी उठेंगे सवाल
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि धराली समेत कई आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब तक सही राहत कार्य नहीं किए गए। प्रभावित परिवारों को उचित सहायता नहीं मिली है और मृतकों के आंकड़ों को लेकर भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। पार्टी का कहना है कि सरकार की लापरवाही से जनता को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशाना
यशपाल आर्य ने कहा कि कांग्रेस “सड़क से सदन तक” लड़ाई लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा और जनहित के मुद्दों पर विपक्ष किसी भी कीमत पर चुप नहीं बैठेगा।
बैठक में रहे ये नेता शामिल
गैरसैंण में हुई कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, चकराता विधायक प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी सहित कुल 16 विधायक मौजूद रहे। वहीं, विधायक सुमित हृदयेश, खुशाल सिंह अधिकारी, मयूख महर और मदन बिष्ट बैठक में शामिल नहीं हो पाए।
आने वाले दिनों में मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच जोरदार बहस होने की संभावना है। पंचायत चुनाव और आपदा राहत के मुद्दों पर सदन गरमाने के पूरे आसार हैं।