देहरादून, 21 अक्टूबर 2025
प्रकाश पर्व दिवाली की रात देहरादून में खुशियों के साथ अफरातफरी भी लेकर आई। रातभर दमकल की गाड़ियां सड़कों पर दौड़ती रहीं। शहर के विभिन्न इलाकों से आग लगने की कुल 12 घटनाएं दर्ज की गईं। सबसे भीषण आग मेहूंवाला के प्लास्टिक गोदाम और निरंजनपुर मंडी की छत पर लगी, जहां दमकल कर्मियों ने करीब साढ़े छह घंटे तक लगातार मोर्चा संभाले रखा।
मेहूंवाला में प्लास्टिक गोदाम में भयंकर आग
सोमवार देर रात करीब 8:40 बजे, मेहूंवाला क्षेत्र में स्थित एक प्लास्टिक गोदाम में अचानक आग लग गई। प्लास्टिक सामग्री की ज्वलनशीलता के कारण आग तेजी से फैल गई, और पूरे इलाके में जहरीला धुआं और तेज गंध फैलने लगी।
दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फायर कर्मियों को धुएं के कारण सांस लेने में कठिनाई हुई, जबकि आसपास के घरों में भी दम घोंटू स्थिति बन गई।
दमकल विभाग ने विशेष एग्जॉस्ट मशीनों की मदद से हवा को साफ करने का प्रयास किया। राहत की बात यह रही कि गोदाम में कोई मौजूद नहीं था, जिससे जनहानि नहीं हुई।
निरंजनपुर मंडी में बड़ा हादसा टला
इसी बीच निरंजनपुर मंडी में भी एक बिल्डिंग की छत पर आग लग गई। छत पर रखे लकड़ी के बक्से, फल और प्लास्टिक तिरपाल ने आग को तेजी से फैलाया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आग स्काई शॉट या रॉकेट पटाखे की चिंगारी से लगी।
गनीमत यह रही कि बिल्डिंग के अंदर मौजूद लोग समय रहते बाहर निकल आए, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग को फैलने से रोका और आस-पास के क्षेत्र को खाली कराया।
अन्य इलाकों में भी लगी आग
दिवाली की रात देहरादून के अन्य हिस्सों में भी आग की कई छोटी-बड़ी घटनाएं दर्ज की गईं —
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धर्मावाला: दुकान में आग लगने की सूचना (रात 7:32 बजे)
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जीएमएस रोड: चलती कार में आग (रात 11:10 बजे)
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राजीव नगर: घर में इलेक्ट्रिक फायर (रात 11:25 बजे)
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नेहरू ग्राम: पोली हाउस में आग (रात 12:35 बजे)
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सरस्वती बिहार: घर और कार में आग (रात 1:42 बजे)
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ओल्ड राजपुर रोड: पेड़ में आग
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चंद्रबनी व हरभज मेंहूवाला: कबाड़ में आग
कुल मिलाकर फायर विभाग को 12 कॉल्स मिलीं, और सभी घटनाओं में तत्परता से कार्रवाई की गई।
फायर विभाग की तत्परता ने बचाई कई जिंदगियां
फायर स्टेशन अधिकारी किशोर उपाध्याय ने बताया कि इस बार दिवाली पर आग की घटनाओं में पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कमी दर्ज की गई है।
पिछले साल 39 कॉल्स आई थीं, जबकि इस बार केवल 12 घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा,
“यह सुधार जनता में बढ़ती फायर सेफ्टी जागरूकता और हमारे सतत अभियान का परिणाम है।”
उन्होंने बताया कि अधिकांश आग पटाखों, विशेषकर स्काई शॉट और रॉकेट्स, से लगी थीं।
दमकल कर्मियों की रातभर मुस्तैदी
दिवाली की रात दमकल विभाग की सभी यूनिटें पूरी क्षमता से कार्यरत रहीं। रात 7:30 बजे से लेकर सुबह 2 बजे तक फायरमैन बिना रुके एक से दूसरे स्थान पर पहुंचते रहे। जनता ने भी सहयोग दिखाया, जिससे कई जगह बड़े हादसे टल गए।
निष्कर्ष
देहरादून में इस बार दिवाली की रात जनता की जागरूकता और फायर विभाग की तत्परता ने शहर को बड़ी तबाही से बचा लिया। हालांकि आग की घटनाओं में कमी आई है, पर पटाखों से लगने वाली आग अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है।
फायर विभाग ने अपील की है कि लोग त्योहारों के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें, खुले स्थानों पर पटाखे जलाएं, और ज्वलनशील वस्तुओं से दूरी बनाए रखें।