दिनांक: 4 अक्टूबर 2025 | स्थान: उत्तरकाशी, उत्तराखंड
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के पर्वतीय जनपद उत्तरकाशी के पुरोला क्षेत्र में शनिवार की आधी रात भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, जिससे कुछ देर के लिए लोगों में डर का माहौल बन गया।
हालांकि राहत की बात यह रही कि इन झटकों से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत स्थिति का जायजा लिया और इलाके में सामान्य हालात की पुष्टि की।
रात 1:42 बजे हिली धरती, 5 किमी गहराई में था केंद्र
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शनिवार की रात 1:42 बजे पुरोला में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.1 दर्ज की गई, जो कि हल्के श्रेणी का झटका माना जाता है।
भूकंप का केंद्र पुरोला तहसील के गुंदियाट गांव और डोखरीयानी के बीच स्थित स्यालुका क्षेत्र में था।
इसका केंद्र धरती की सतह से लगभग 5 किलोमीटर नीचे पाया गया, जिसके कारण झटके सीमित क्षेत्र तक ही महसूस हुए।
भूकंप से दहशत में आए लोग, रात में ही घरों से निकले बाहर
रात का सन्नाटा उस वक्त टूट गया जब अचानक धरती ने हल्का कंपन महसूस कराया।
कई लोग झटकों को महसूस करते ही अपने घरों से बाहर निकल आए और कुछ देर तक खुले में खड़े रहे।
हालांकि कुछ ही सेकंड तक महसूस हुए ये झटके जल्द ही थम गए और धीरे-धीरे लोग अपने घरों में लौट आए।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पहाड़ों में हल्के भूकंप के झटके अक्सर महसूस किए जाते हैं, लेकिन हर बार डर का माहौल जरूर बन जाता है।
प्रशासन अलर्ट, ग्रामीणों से संपर्क कर ली गई जानकारी
भूकंप की सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन और पुलिस को अलर्ट कर दिया गया।
एसडीएम मुकेश रमोला ने बताया कि ग्रामीण इलाकों से तुरंत संपर्क कर स्थिति की जानकारी ली गई, जो पूरी तरह सामान्य पाई गई।
उन्होंने बताया कि किसी भी गांव से नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पूरी तरह सतर्क रहें।
जिला आपातकालीन केंद्र ने दी स्थिति सामान्य होने की पुष्टि
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र (DEOC) ने भी बताया कि भूकंप के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और सभी विभागों को सतर्क किया गया।
वर्तमान में स्थिति पूरी तरह सामान्य है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
निष्कर्ष: हल्का झटका, बड़ी सीख — सतर्कता ही सुरक्षा है
पुरोला में आए इस हल्के भूकंप ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि
उत्तराखंड भूकंप संवेदनशील जोन में आता है, जहां मामूली झटके भी भविष्य के लिए चेतावनी हो सकते हैं।
हालांकि इस बार कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि
स्थानीय लोगों को आपदा सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक रहना चाहिए,
ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में नुकसान को न्यूनतम किया जा सके।