देहरादून, 6 सितम्बर 2025
उत्तराखंड में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में अब तक 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। इसी कड़ी में शनिवार को जनजाति कल्याण विभाग के आश्रम पद्धति विद्यालयों में चयनित 15 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
चार साल में युवाओं के लिए सुनहरा दौर
धामी ने 4 जुलाई 2021 को कार्यभार संभाला था। इसके बाद से सरकार ने रोजगार और कौशल विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। इसी का परिणाम है कि लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और चिकित्सा सेवा चयन आयोग के माध्यम से हजारों युवाओं को स्थायी नौकरी मिली।
कई विभागों में भर्ती प्रक्रिया जारी
वर्तमान में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से विभिन्न विभागों में भर्ती प्रक्रियाएं चल रही हैं। इनमें से कई भर्तियों का अंतिम चयन जल्द जारी होने की संभावना है। ऐसे में स्थायी नौकरियों का आंकड़ा और बढ़ने वाला है।
विदेशों में भी रोजगार के अवसर
राज्य सरकार ने 9 नवम्बर 2022 को मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना शुरू की। इसके तहत युवाओं को आतिथ्य, नर्सिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्रशिक्षण देकर जर्मनी और जापान में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 154 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से 37 को जापान में नौकरी मिल चुकी है।
नकल विरोधी कानून से आई पारदर्शिता
धामी सरकार ने 2024 में सख्त नकल विरोध कानून लागू किया। इससे राज्य की भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता आई है। सरकार के अनुसार इस कानून के बाद से अब तक किसी भी परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ है। साथ ही 100 से अधिक नकल माफिया को जेल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री का संकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,
“सरकार युवाओं को शिक्षा और कौशल के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड का पानी और जवानी यहीं काम आए। युवा अब पलायन करने के बजाय रोजगार प्रदाता बनें।”