देहरादून | 22 जुलाई 2025
अमित शाह की सोशल मीडिया पोस्ट से सियासी तापमान चढ़ा
उत्तराखंड में हाल ही में संपन्न हुए “निवेश महाकुंभ” की गूंज अब राजधानी दिल्ली तक सुनाई दे रही है। लेकिन चर्चा निवेश तक सीमित नहीं है, असल सियासी भूचाल तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की फेसबुक पोस्ट से उठा है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की खुले मंच पर तारीफ कर दी।
सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, अब अमित शाह के भी सियासी फलक पर धामी की मौजूदगी स्पष्ट दिखाई देने लगी है।
क्या कहा अमित शाह ने?
सोमवार को किए गए सोशल मीडिया पोस्ट में अमित शाह ने लिखा:
“पर्वतीय राज्य में निवेश लाना, किसी पर्वत को चढ़ने से कम नहीं होता। लेकिन उत्तराखंड ने इस चुनौती को अवसर में बदल दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस ऐतिहासिक निवेश आयोजन के लिए साधुवाद।”
निवेश उत्सव बना सियासी पिच, धामी की बल्लेबाज़ी में शाह का समर्थन
शनिवार को रुद्रपुर में आयोजित ₹1 लाख करोड़ के निवेश उत्सव में जब अमित शाह मंच पर पहुंचे थे, तभी से उनके और धामी की केमिस्ट्री चर्चा का विषय बन गई थी। मंच पर बार-बार शाह द्वारा धामी की पीठ थपथपाना और उनके नेतृत्व की प्रशंसा करना अब महज एक ‘शिष्टाचार’ न होकर राजनीतिक संकेत माना जा रहा है।
मोदी के करीबी तो थे ही, अब शाह की ‘गुड बुक’ में भी शामिल?
राजनीतिक गलियारों में अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या मुख्यमंत्री धामी सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के भरोसेमंद हैं, या अब वह शाह की पसंद की लिस्ट में भी शामिल हो चुके हैं?
अमित शाह की पोस्ट ने धामी विरोधी खेमे में बेचैनी और पार्टी फोरम में नई रणनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
2027 की तैयारी या संगठन में नई भूमिका का संकेत?
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि शाह का यह समर्थन केवल राज्य की उपलब्धियों पर प्रशंसा नहीं, बल्कि धामी को केंद्र में बड़ी जिम्मेदारी या भाजपा की आगामी रणनीति में विशेष भूमिका देने का संकेत हो सकता है।
इससे पहले भी धामी को भाजपा की युवा और तेजतर्रार नेतृत्व की नई पीढ़ी के रूप में पेश किया जाता रहा है।
पार्टी के अंदर और बाहर दोनों तरफ सन्देश
- पार्टी के भीतर: धामी के नेतृत्व पर उठ रहे असमर्थन की आवाज़ों को करारा जवाब
- सियासी प्रतिद्वंदियों के लिए: यह संदेश कि धामी केवल राज्य स्तर के नेता नहीं, अब राष्ट्रीय नेतृत्व का भरोसेमंद चेहरा बनते जा रहे हैं।
निवेश की आड़ में ‘नेतृत्व की नींव’ पुख्ता
राजनीति में पोस्ट और तस्वीरें भी संदेशवाहक होती हैं, और अमित शाह की यह पोस्ट महज़ एक औपचारिक सराहना नहीं, बल्कि आने वाले समय की राजनीतिक दिशा की झलक है।
“धामी की तेजी, शाह की सराहना और मोदी की मंज़ूरी — क्या उत्तराखंड से निकलेगा भाजपा का अगला राष्ट्रीय नेतृत्व का चेहरा?”
फिलहाल इतना तय है कि उत्तराखंड की सीमाओं से बाहर अब धामी की पहचान तेजी से फैल रही है…